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किसान आंदोलन: केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर किसान संगठनों की अहम बैठक

कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन का आज 31वां दिन है और किसान दिल्ली की सभी सीमाओं पर अब भी डटे हुए है। केंद्र सरकार की ओर से किसानों को फिर से चिट्ठी लिखकर बात करने की अपील की गई है, जिसपर किसान एक बार फिर मंथन करेंगे। किसान संगठनों की ये बैठक आज दोपहर करीब 2 बजे होगी, साथ ही बिल के विरोध में किसानों की भूख हड़ताल लगातार जारी है। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि केंद्र सरकार किसान बिल वापस नहीं लेती है तो 26 जनवरी को होने वाली परेड में हम ट्रैक्टर पर तिरंगा लगाकर शामिल होंगे। 40 किसान यूनियनों का प्रतिनिधित्व करने वाले नेताओं ने कहा कि सरकार हमारी मांगों के प्रति गंभीर नहीं है। समाचार एजेंसी पीटीआई से एक वरिष्ठ किसान नेता शिव कुमार कक्का ने कहा, “सरकार को नए संवाद के लिए कानूनों को नए सिरे से जारी करना चाहिए।” सरकार ने रविवार को प्रदर्शनकारियों से पांच दौर की चर्चा की असफलता के बाद वार्ता के अगले दौर की तारीख चुनने को कहा था। केंद्र के पत्र का उल्लेख करते हुए शिव कुमार कक्का ने कहा, “नया पत्र हमारे खिलाफ प्रचार के अलावा और कुछ भी नहीं है। यह धारणा देने के लिए कि हम बातचीत में रुचि नहीं रखते हैं।” वहीं कृषि कानून के विरोध में एनडीए के सहयोगी दल ने भी मोर्चा खोल दिया है। किसानों के समर्थन में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक और नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल हजारों किसानों के साथ आज दिल्ली कूच कर रहे हैं। राजस्थान के कई जिलों से आ रहे किसान जयपुर में दिल्ली हाइवे पर कोटपूतली में इकट्ठा होंगे और फिर सुबह 11:30 बजे सांसद बेनीवाल के नेतृत्व में शाहजहांपुर बॉर्डर की तरफ रवाना होंगे। पीएम कर चुके हैं किसानों से अपील पीएम मोदी ने शुक्रवार को विपक्ष पर किसानों की परेशानियों के बारे में झूठ और अफवाहें फैलाने का आरोप लगाया। पीएम मोदी ने कहा, “देश भर में, किसान नए कृषि कानूनों का समर्थन कर रहे हैं। राजनीतिक उद्देश्यों के साथ विपक्ष किसानों के कंधे से बंदूक चला रही हैं।” उन्होंने केंद्रीय लाभ योजना को अवरुद्ध करने के लिए पश्चिम बंगाल ममता बनर्जी पर भी निशाना साधा। प्रधानमंत्री ने किसानों को उनकी उपज के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के बारे में आश्वस्त करते हुए कहा, “मैं आज विरोध करने वालों से पूछता हूं कि मेरी सरकार किसान मुद्दों पर उनसे बात करने के लिए तैयार है। मैं हमारे किसानों से आग्रह करता हूं किसी के बहकावे में न आएं।”

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