कई जगह से धान क्रय केंद्रों को लेकर आ रही शिकायतों के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तैनात किए वरिष्ठ अफसर
नए कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली में एक महीने से ज्यादा समय से चल रहे किसानों के आंदोलन में उत्तर प्रदेश के कई जिलों के किसान भी शामिल हैं. प्रदेश के किसानों के आंदोलन में जाने की सूचनाओं के बीच सरकार ने वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को मैदान में उतार दिया है.
ये वरिष्ठ अधिकारी रविवार से मैदान में होंगे. 27, 28 और 29 दिसंबर तक जिलों में डेरा डालेंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार अधिकारी आज से जिलों में पहुंचकर डेरा डालेंगे. अधिकारी किसान संगठनों और प्रतिनिधियों से बातचीत करेंगे और उनकी समस्याओं की समीक्षा करेंगे.
फ़ील्ड में तैनात किए गए वरिष्ठ अधिकारियों को अलग-अलग निर्देश दिए गए हैं. प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से धान क्रय केंद्रों को लेकर आ रही शिकायतों के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं
कि नोडल अधिकारी जिलों में गन्ना और धान क्रय केंद्र साथ ही निराश्रित गौशालाओं का भी निरीक्षण करके समस्याओं को जानेंगे. इसके अलावा फसलों की सिंचाई, नहरों में पानी की उपलब्धता बिजली आपूर्ति अभियान और पुलिस संबंधित शिकायतों की भी समीक्षा करेंगे. खरीद में किसी भी तरह की शिकायत जांच में पुष्टि होने पर कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं.
इन सभी अधिकारियों को भेजा गया फ़ील्ड में
लखनऊ – मनोज सिंह अपर मुख्य सचिव पंचायती राज और ग्राम्य विकास
गोंडा – आलोक सिन्हा, कृषि उत्पादन आयुक्त
रायबरेली – आलोक टंडन अवस्थापना एवं ओद्योगिक विकास आयुक्त
बाहराइच – एसबीएस रंगराव, मंडलायुक्त देवीपाटन
श्रावस्ती – आमोद कुमार, प्रमुख सचिव नियोजन
अयोध्या – टी वेंकटेश , अपर मुख्य सचिव सिंचाई एवं जल संसाधन
अंबेडकरनगर – एमपी अग्रवाल, मंडलायुक्त अयोध्या
बाराबंकी – एस. राधा चौहान, अपर मुख्य सचिव व्यावसायिक एवं प्राविधिक शिक्षा
सुल्तानपुर – रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव राजस्वएवं बेसिक शिक्षा
अमेठी – मोनिका एस गर्ग, अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा
सीतापुर – मिनिस्ती एस, आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं ओषधि प्रसाधन