विदेश से केरल लौटे कोरोना महामारी के कारण कुल 8.43 लाख लोग
देश-विदेश में कोरोना वायरस संक्रमण का असर लोगों के स्वास्थ्य के साथ ही उनके निजी जीवन पर भी पड़ रहा है. सरकारी आंकड़ों पर गौर करें तो मई 2020 से लेकर 4 जनवरी, 2021 तक केरल में विदेश से करीब 8.43 लाख लोग लौटकर आ चुके हैं. लेकिन इसमें चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें से 5.52 लाख लोगों ने वतन लौटने का कारण नौकरी चले जाने को बताया है.
कोरोना महामारी में नौकरी गंवाने के बाद केरल लौटे 5.52 लाख लोगों में से 1.40 लाख लोग पिछले 30 दिनों में ही लौटे हैं. वहीं केरल लौटने वाले 2.08 लाख लोगों ने वापसी का कारण जॉब वीजा एक्सपायर होने समेत अन्य कारण दर्ज कराए हैं. उनके अलावा अन्य बचे हुए लोगों में बुजुर्ग, बच्चे शामिल हैं.
ये सभी आंकड़े यह बताते हैं कि कोविड-19 के कारण नौकरी का संकट मंडरा रहा है. इससे केरल की अर्थव्यवस्था को लंबे समय तक मुश्किल झेलनी पड़ेगी. इसमें खाड़ी देशों से केरल भेजे जाने वाले धन पर भी बुरा असर होगा. यही उसकी लाइफलाइन है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक तिरुवनंतपुरम के सेंटर फॉर डेवलपमेंट स्टडीज के प्रोफेसर राजन के अनुसार केरल में विदेश से भेजी गई रकम में कोई खास गिरावट देखने को नहीं मिली है.
केरल में 2018 में कुल 85000 करोड़ रुपये विदेश में काम करने वाले राज्य के लोगों ने भेजे थे. इसके बाद 2020 में इसके 1 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान जताया गया था. लेकिन इस वित्तीय वर्ष में इसमें 10 से 15 फीसदी तक की कमी हो सकती है.
वहीं केरल में ब्रिटेन से लौटे दो और यात्री कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए. राज्य में बुधवार को कोविड-19 के 6,394 नए मामले सामने आए और बीमारी से 25 और मरीजों की मौत हो गई. इन नए मामलों के साथ राज्य में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 7,90,882 हो गए और मरने वालों की संख्या बढ़कर 3,209 हो गई.