देश में बर्ड फ्लू का कहर मध्य प्रदेश के इन जिलों में चिकन मार्केट हुआ बंद
कोरोना वारयस के साथ-साथ अब बर्ड फ्लू का कहर भी देश के कई इलाकों में बढ़ता जा रहा है. केंद्र सरकार ने अब तक चार राज्यों- केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश
हिमाचल प्रदेश में बर्ड फ्लू की पुष्टि कर दी है. साथ ही सरकार ने सभी राज्यों को किसी भी इमरजेंसी हालात का सामना करने के लिए तैयार रहने को कहा है. इन चार राज्यों के अलावा देश के कई राज्यों से पक्षियों की मरने की खबरें लगातार आ रही है. मुर्गी के अलावा कौआ और प्रवासी पक्षियों की असामान्य मौत की सूचना मिल रही है.
मध्य प्रदेश में अब तक 8 जिलों में बर्ड फ्लू फैल चुका है. सरकार ने इन्दौर और नीमच जिले में मुर्गियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद इन इलाकों में चिकन की दुकानों को एक सप्ताह के लिए बंद रखने का आदेश दिया है.
सरकारी अधिकारियों के मुताबिक 8 जिलों में कौवों के शवों से लिए गए नमूनों में और नीमच और इन्दौर जिले में चिकन के नमूनों में एवियन इन्फ्लूएंजा या बर्ड फ्लू वायरस पाया गया है.
राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान,भोपाल ने इन्दौर, नीमच, देवास, उज्जैन, खंडवा, खरगौन और गुना जिलों में कौवों के नमूनों में बर्ड फ्लू वायरस की मौजूदगी की पुष्टि की है.
देश में गुरुवार को कई राज्यों में और अधिक पक्षियों की मौत होने के मामले सामने आए. हिमाचल प्रदेश में 381 प्रवासी पक्षी मृत पाये गए, जबकि केरल के दो जिलों में हालात का जायजा लेने के लिए एक केंद्रीय टीम पहुंची है.
यहां हजारों मुर्गियों और बत्तखों को मारा गया है. हिमाचल प्रदेश में अब तक 3,409 की मौत हो चुकी है. पोंग नम भूमि क्षेत्र के आसपास पिछले कुछ दिनों में 64 कौवे भी मृत पाए गए हैं.
केरल सरकार के बयान के अनुसार, बर्ड फ्लू को नियंत्रित करने के लिए बत्तखों और मुर्गे-मुर्गियों सहित 69,000 से ज्यादा पक्षियों को अलप्पुझा और कोट्टायम जिलों में मार दिया गया.
केरल में बर्ड फ्लू संकट के बीच राज्य की सीमा से सटे कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में छह कौवे मृत मिले हैं.कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने बृहस्पतिवार को बताया कि पक्षियों की मौत का कारण जानने के लिए उनके नमूनों को जांच के लिए भेजा गया है.