भारतीय सेना के 73वे स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी देशवासियों को दी बधाई
आज पूरा देश भारतीय थल सेना आर्मी डे के रूप में मना रहा है. आज भारतीय सेना का 73वां स्थापना दिवस है. इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी देशवासियों को सेना दिवस की बधाई दी है.
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि हम उन बहादुरों को याद करते हैं जिन्होंने राष्ट्र की सेवा में सर्वोच्च बलिदान दिया. वहीं, पीएम मीदी ने ट्विटर पर लिखा है कि देशवासियों की ओर से भारतीय सेना को मेरा नमन है. थल सेना के मौके पर आज देशभर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्विटर पर लिखा सेना दिवस पर, भारतीय सेना के बहादुर पुरुषों और महिलाओं को शुभकामनाएं. हम उन बहादुरों को याद करते हैं जिन्होंने राष्ट्र की सेवा में सर्वोच्च बलिदान दिया. भारत साहसी और प्रतिबद्ध सैनिकों, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के लिए हमेशा आभारी रहेगा
पीएम मोदी ने लिखा मां भारती की रक्षा में पल-पल मुस्तैद देश के पराक्रमी सैनिकों और उनके परिजनों को सेना दिवस की हार्दिक बधाई. हमारी सेना सशक्त, साहसी और संकल्पबद्ध है, जिसने हमेशा देश का सिर गर्व से ऊंचा किया है. समस्त देशवासियों की ओर से भारतीय सेना को मेरा नमन.
मां भारती की रक्षा में पल-पल मुस्तैद देश के पराक्रमी सैनिकों और उनके परिजनों को सेना दिवस की हार्दिक बधाई। हमारी सेना सशक्त, साहसी और संकल्पबद्ध है, जिसने हमेशा देश का सिर गर्व से ऊंचा किया है। समस्त देशवासियों की ओर से भारतीय सेना को मेरा नमन।
— Narendra Modi (@narendramodi) January 15, 2021
बता दें कि सेना दिवस के मौके पर राजधानी दिल्ली में कैंट स्थित करियप्पा ग्राउंड में सेना दिवस परेड का आयोजन किया जाएगा. थलसेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे परेड की सलामी लेंगे और सैनिकों को संबोधित करेंगे. इस मौके पर सेना के हथियार और सैन्य साजो सामान की प्रदर्शनी और फायर पावर डेमोंशट्रेशन भी होगा.
जनरल नरवणे वीर सैनिकों और वीर नारियों को वीरता पुरस्कार प्रदान करेंगे. इस बार आर्मी डे परेड में एक ऐसी वीर नारी मौजूद रहेंगी जिन्हें दूसरी बार उनके मरणोपरांत पति की बहादुरी के लिए मेडल दिया जाएगा.
15 जनवरी को आर्मी डे मनाने के पीछे दो बड़े कारण हैं. पहला ये कि 15 जनवरी 1949 के दिन से ही भारतीय सेना पूरी तरह ब्रिटिश थल सेना से मुक्त हुई थी.
दूसरी बात इसी दिन जनरल केएम करियप्पा को भारतीय थल सेना का कमांडर इन चीफ बनाया गया था. इस तरह लेफ्टिनेंट करियप्पा लोकतांत्रिक भारत के पहले सेना प्रमुख बने थे. केएम करियप्पा ‘किप्पर’ नाम से काफी मशहूर रहे.