विभिन्न जनप्रतिनिधियों को शामिल करके एक सेमिनार का आयोजन भी किया जाए -जलशक्ति मंत्री श्री महेन्द्र सिंह
प्रदेश के जलशक्ति मंत्री डा0 महेन्द्र सिंह के समक्ष आज विधानसभा सचिवालय के सभागार में आगामी नव निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों एवं तकनीकी कर्मियों आदि का जल जीवन मिशन के अन्तर्गत क्षमता संवर्धन एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम का प्रस्तुतीकरण किया गया।
इस अवसर पर जलशक्ति मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रशिक्षण की प्रभावी निगरानी के लिए एक समिति का गठन किया जाये। प्रशिक्षण कार्यक्रम में सक्रिय सामाजिक कर्ता, रोजगार सेवक को भी शामिल किया जाए। पाठय क्रम वर्गानुसार एवं अलग-अलग बनाये जाए, जिसमें एकरूपता भी रहे।
विभिन्न जनप्रतिनिधियों को शामिल करके एक सेमिनार का आयोजन भी किया जाए। प्रत्येक गांव में सोलर मैकेनिक तैयार किये, जिसमें महिलाओं को प्राथमिकता दी जाए। अनुभवी संस्थाओं का इम्पैनलमेंट भी बनाया जाए। राजस्व गांव तथा ब्लाकवार सूची बनायी जाए।
डा0 सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम हेतु उच्च गुणवत्ता प्रशिक्षण सामग्री भी उपलब्ध करायी जाए। प्रशिक्षण कार्यक्रम हेतु प्रशिक्षण माड्यूल्स भी तैयार कराये जाए। उन्होंने कहा कि जलसंचयन के लिए तालाबों और कुओं का होना जरूरी है।
इस हेतु रेनवाटर हार्वेस्ंिटग जलसंचयन, जलसंवर्द्धन व जलशुद्धिकरण पर विशेष ध्यान दिया जाए।नमामिगंगे व ग्रामीण जलपूर्ति श्री अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि प्रशिक्षण एवं क्षमता संवर्द्धन कार्यक्रम कोतीन चरणों में विभाजित किया गया है प्रथम चरण में प्रदेश के समस्त विकास खंड मुख्यालय के ग्राम स्तर पर 946608 प्लम्बर, राजमिस्त्री,
इलेक्ट्रीशियन, पम्प आॅपरेटर, मोटर मैकेनिक इत्यादि तकनीकी कार्मिको का प्रशिक्षण कार्यक्रम माह फरवरी-अप्रैल, 2021 में आयोजित किये जायेंगे। इसी के साथ ही 930246 प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य/ ग्राम पंचायत सचिव/ क्षेत्र पंचायत सदस्य आदि नव- निर्वाचित पंचायत
प्रतिनिधियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम माह मई-जुलाई, 2021 में निर्धारित किये गये है।
प्रमुख सचिव ने बताया कि द्वितीय चरण में प्रदेश के समस्त विकास खंड मुख्यालय के ग्राम स्तर के 532467 आंगनवाड़ी/आशा/ए0एन0एम0/प्रयोक्
महिलाओं/स्वयं सहायता समूह/प्राथमिक-उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों एवं शिक्षा मित्रों आदि सरकारी कार्मिको का प्रशिक्षण कार्यक्रम वर्ष 2021 व आगामी वित्तीय वर्ष में सुनिश्चित किया गया है।
इसके साथ ही एफ0टी0के0 के माध्यम से कुल97494, गांवों की 05-05 महिला सदस्यों, कुल 487470 महिलाओं का समूह बनाकर जल गुणवत्ता से सम्बंधितप्रशिक्षण देने का कार्यक्रम वर्ष 2021 व आगामी वित्तीय वर्ष में आयोजित किये जाएंगे।
इस अवसर पर महानिदेशक राज्य ग्राम्य विकास संस्थान, लखनऊ श्री वेंकटेश्वर लू, प्रमुख सचिव नमामिगंगे व ग्रामीण जलपूर्ति श्री अनुराग श्रीवास्तव,विशेष सचिव श्री राजेश प्रताप पांडेय व अन्य विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थें।