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राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी विज्ञान भवन में कार्यक्रम के दौरान रहे मौजूद

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सड़क सुरक्षा माह की शुरुआत के मौके पर सड़क सुरक्षा उपायों की वकालत करते हुए आंखों की सही ढंग से चांज पर जोर दिया. इस दौरान उन्होंने तंजिया लहजे में कह दिया

कि लोगों को अपने ड्राइवर्स की आंखों की जांच प्राइवेट अस्पतालों में करवानी चाहिए, क्योंकि सरकारी अस्पताल आंख की जांच रिपोर्ट गलत देते हैं.

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में सड़क और परिवहन मंत्री सड़क सुरक्षा माह के दौरान एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद थे.

गडकरी ने सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता जाहिर करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से कहा कि ड्राईवर्स की आंख निजी डॉक्टर्स से चेक कराइए. सरकारी में तो गलत रिपोर्ट दे देते हैं.

नितिन गड़करी ने खुद के साथ हुए सड़क हादसे का जिक्र करते हुए बताया कि महाराष्ट्र में नेता प्रतिपक्ष रहते समय मैं अपनी लाल बत्ती वाली कार में सवार था. मेरा काफिला पूरे पुलिस प्रोटेक्शन में था, उसमें भी मेरा एक्सिडेंट हो गया. बाद में पता चला कि मेरे ड्राइवर को मोतियाबिंद था.’

इस दौरान गडकरी ने उम्मीद जतायी कि 2025 तक सड़क दुर्घटनाएं और इसके कारण होने वाली मौतें 50 प्रतिशत तक कम हो जाएंगी और सड़क हादसे के शिकार हुए लोगों की जान बचाने के साथ कोई समझौता नहीं होना चाहिए.

सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री गडकरी ने कहा कि देश में हर दिन सड़क दुर्घटनाओं में 415 लोगों की मौत हो जाती है. उन्होंने कहा कि लोगों की जान बचाने के काम में तेजी लाने की जरूरत है.

मंत्री ने कहा कि पिछले साल केंद्र ने स्वीडन में एक सम्मेलन में भागीदारी की जहां 2030 तक भारत में सड़क दुर्घटनाओं में एक भी मौत नहीं होने देने का विचार व्यक्त किया गया.

मंत्री ने कहा हमने वादा किया था कि हम दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों की संख्या में 50 प्रतिशत तक गिरावट लाएंगे. आज हमने तमिलनाडु की सफलता की कहानी देखी है. वहां हादसों और मृत्यु संख्या में 53 प्रतिशत की गिरावट आयी है

गडकरी ने कहा कि हमें 2030 तक इंतजार करना होगा, तब तक सड़क दुर्घटनाओं के कारण कम से कम छह-सात लाख लोगों की मौत हो जाएगी. वर्ष 2025 के पहले देश को हादसों और मौत की संख्या में 50 प्रतिशत की गिरावट लानी होगी केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार सड़क पर दुर्घटना संभावित क्षेत्र की पहचान करने और इसके समाधान के लिए 14,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी.

राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा महीना की शुरुआत के दौरान गडकरी ने कहा विश्व बैंक और एशियाई विकास बैंक ने सात-सात हजार करोड़ रुपये की दो परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है. वित्त मंत्रालय से भी जल्द मंजूरी मिलने की उम्मीद है. हम दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की पहचान के लिए 14,000 करोड़ रुपये खर्च करेंगे

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