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राम मंदिर भव्य मंदिर का मॉडल रखा गया प्रयागराज माघ मेले में

अयोध्या में तैयार हो रहे रामलला के भव्य मंदिर को लेकर राम भक्तों में खासी उत्सुकता है. मंदिर किस तरह का होगा, पूरी तरह तैयार होने के बाद कैसा नजर आएगा. इन सब सवालों के जवाब जानने के लिए आपको संगम नगरी प्रयागराज में लगे माघ मेले में आना होगा.

माघ मेले में इस बार रामलला के निर्माणाधीन मंदिर का मॉडल भी रखा गया है. यह मॉडल बिल्कुल उसी स्वरुप में तैयार कराया गया है, जैसा रामलला का मंदिर पूरी तरह तैयार होने के बाद नजर आएगा. राम मंदिर का यह मॉडल माघ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.

यूपी के पर्यटन विभाग के कैंप में रखे गए इस मॉडल को देखने के लिए रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं. राम भक्त मंदिर के इस मॉडल को देखकर भावविभोर हो जाते हैं.

कोई इस मॉडल के सामने हाथ जोड़कर अपनी आस्था को दिखाता है तो कोई सिर झुकाकर. वहीं, कुछ श्रद्धालु इस मॉडल के इर्द-गिर्द घूमकर प्रतीकात्मक तौर पर परिक्रमा भी करते हुए नजर आते हैं.

प्रयागराज: माघ मेले में रखा गया रामलला के मंदिर का मॉडल, झलक पाने के लिए उमड़े श्रद्धालु

लकड़ी की खूबसूरत नक्काशी से बना ये मॉडल इतना खूबसूरत और आकर्षक है कि लोग काफी देर तक टकटकी लगाए इसे निहारते रहते हैं यह पहला मौका है जब संगम की रेती पर लगने वाले कुंभ या माघ मेले में सरकारी तौर पर रामलला के मंदिर के मॉडल को लोगों के दर्शन के लिए रखा गया है.

इससे पहले विश्व हिन्दू परिषद अपने प्रस्तावित मॉडल को अपने कैंप में रखता था. पर्यटन विभाग ने माघ मेले में इस बार अपना पूरा पंडाल धर्म और आध्यात्म की थीम पर तैयार किया हुआ है.

मेले में परेड मैदान पर बनाए गए पर्यटन विभाग के पंडाल का बाहरी लुक भी राम मंदिर की तर्ज पर ही है. पंडाल में एक प्रदर्शनी भी लगाई गई है. इस प्रदर्शनी में रामलला के भव्य मंदिर के मॉडल के साथ ही यूपी के दूसरे धार्मिक स्थलों के चित्र भी लगाए गए हैं.

प्रयागराज: माघ मेले में रखा गया रामलला के मंदिर का मॉडल, झलक पाने के लिए उमड़े श्रद्धालु

वाराणसी, मथुरा, प्रयागराज और चित्रकूट के साथ ही दूसरे धार्मिक स्थलों और आयोजनों के जरिये भी पर्यटकों को यूपी आने के लिए प्रेरित किया जा रहा है इसके अलावा प्रयागराज के माघ मेले में पर्यटन विभाग के पंडाल में रखे गए

रामलला के मंदिर के मॉडल के बाहर कांच का घेरा भी बनाया गया है, ताकि कोई उसे सीधे तौर पर हाथ लगाकर छू न सके. यहां आने वाले ज्यादातर श्रद्धालुओं का कहना है कि मंदिर तो साढ़े तीन साल बाद बनकर तैयार होगा

लेकिन इसका मॉडल देखकर उन्हें इस बात का अंदाजा लग जा रहा है कि सदियों के इंतजार के बाद तैयार हो रहा मंदिर बेहद भव्य, खूबसूरत और आकर्षक होगा.

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