प्रदेश में ई-संजीवनी के माध्यम से 24 घंटे में 4030 लोगों ने चिकित्सीय परामर्श लिया : आलोक कुमार
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना श्री नवनीत सहगल ने लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि 16 जनवरी, 2021 को प्रथम चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को एक दिन में सबसे अधिक कोविड वैक्सीन लगाने का कार्य उत्तर प्रदेश में किया गया है।
इसी क्रम में 22 जनवरी, 2021 को शेष स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगाने की कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने बताया कि सर्वप्रथम स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगाया जा रहा है। भारत सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन एवं क्रम के अनुसार कोविड वैक्सीनेशन का कार्य संचालित किया जा रहा है।
श्री सहगल ने बताया कि मा0 मुख्यमंत्री जी के निर्देशन में प्रदेश सरकार की कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने की कार्ययोजना कारगर सिद्ध हो रही है। जिसके क्रम में प्रदेश में कोविड-19 के एक्टिव केसों की संख्या 8000 से भी कम आ गयी है।
उन्होंने बताया कि मार्च, 2020 में जहां कोविड-19 की टेस्टिंग 72 प्रतिदिन हो रही थी, उसे बढ़ाकर एक दिन में 1,90,000 तक किया गया। प्रदेश में संक्रमण कम होने के बावजूद भी प्रदेश में कोविड-19 की टेस्टिंग कम नहीं की जा रही है।
प्रदेश में सर्विलांस का नया प्रयोग कर प्रत्येक परिवार तक पहंुच कर उनका हालचाल लेते हुए कोविड संक्रमण की जानकारी ली जा रही है।
उन्होंने बताया कि अब तक 2.67 करोड़ से अधिक कोविड-19 के टेस्ट तथा 15.25 करोड़ से अधिक लोगों से सम्पर्क कर कोविड संक्रमण की जानकारी ली गयी है। अभियान के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ जनसंख्या में से लगभग 18 करोड़ परिवार तक पहुंचकर हालचाल जाना गया है।
श्री सहगल ने बताया कि संक्रमण कम होने से औद्योगिक गतिविधियां तेजी से सामान्य हो रही हैं। युवाओं के लिए मिशन रोजगार चलाया जा रहा है। प्रदेश सरकार युवाओं को रोजगार, स्वरोजगार, कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से रोजगार में लगाने की एक मुहिम चला रही है। सरकारी नौकरियों में नियुक्तियों में तेजी लाई जा रही है।
इसी क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आॅनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में उ0प्र0 लोक सेवा आयोग से चयनित प्रवक्ताओं/सहायक अध्यापकों (एल0टी0 ग्रेड) को पदस्थापन एवं नियुक्ति पत्र वितरित किये है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा 04 साल में 04 लाख सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य पूरा किया जा रहा है।
सभी आयोगों, विभागों, निगमों, परिषदों को कहा गया है कि उनके यहां जितनी रिक्तियां हैं, उनको भरने के लिए प्रक्रिया शीघ्र पूरी की जाय। बैंकों से समन्वय करके प्रदेश में अभी तक 7.11 लाख नई एमएसएमई इकाइयों को 23,751 करोड़ रूपये बैंकों
द्वारा ऋण वितरित किये गये हैं। प्रदेश में पुरानी इकाइयों को कार्यशील पूंजी की समस्या से निजात दिलाने के लिए बैंकों से समन्वय करके आत्मनिर्भर पैकेज में 4.37 लाख इकाइयों को रू0 11,100 करोड़ रूपये के ऋण बैंकों से समन्वय स्थापित कर स्वीेकृत करते हुए वितरित किये गये हैं।
इस प्रकार 11.50 लाख से अधिक एमएसएमई इकाइयों को बैंकों द्वारा 34,800 करोड़ रूपये से अधिक का ऋण उपलब्ध कराया गया है। इन एमएसएमई इकाइयों के माध्यम से लगभग 27 लाख से अधिक लोगांे को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये गये है।
श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश सरकार किसानों के हितों के लिए कृतसंकल्प है और किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उनकी फसल को खरीदे जाने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। इस क्रम में प्रदेश सरकार द्वारा अभी तक 617 लाख कु0 धान किसानों से खरीदा गया है, जो पिछले वर्ष से लगभग डेढ़ गुना अधिक है।
प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री आलोक कुमार ने बताया कि 16 जनवरी, 2021 को प्रथम चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड वैक्सीन लगाने का कार्य किया गया था। 22 जनवरी, 2021 को शेष स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगाने की कार्यवाही की जायेगी, इसके लिए प्रदेश में 1500 बूथ बनाये जा रहे है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में 20 लाख से अधिक वैक्सीन उपलब्ध है, जिनसे स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन की दोनों डोज लगायी जायेगी। उन्होंने बताया कि प्रत्येक सप्ताह में दो दिन गुरूवार व शुक्रवार वैक्सीनेशन का कार्य किया जायेगा।
श्री कुमार ने बताया कि प्रदेश में कल एक दिन में कुल 1,39,052 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक कुल 2,67,15,060 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 195 नये मामले आये हैं।
प्रदेश में 7,717 कोरोना के एक्टिव मामलों में से 2,577 लोग होम आइसोलेशन में हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में विगत 24 घण्टों में 345 तथा अब तक कुल 5,81,509 लोग कोविड-19 से ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में ई-संजीवनी के माध्यम से 24 घंटे में 4030 लोगों ने चिकित्सीय परामर्श लिया। सरकारी चिकित्सालयों में कुल 5,369 प्रसव हुए है, जिसमें 5,149 नाॅर्मल डिलीवरी व 220 सिजेरियन डिलीवरी हुई।