इस भारतीय डिशेज से आप कर सकते है अपना वजन कम जाने यहाँ। …
फैट और कार्बोहाइड्रेट के कारण भारतीय डिशेज अक्सर डाइट प्लान का हिस्सा नहीं हो पाती हैं. चावल और रोटी भारतीय डिश के प्रमुख भोजन हैं, जिनमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत अधिक होती है.
इसके अलावा किसी भी प्रकार की करी में भी फैट की मात्रा होती है और ये दोनों ही खाने में कैलोरी को बढ़ाते हैं. इसलिए अधिकांश लोग भारतीय पारंपरिक डिश को अपने खाने में शामिल करना पसंद नहीं करते हैं.
लोग वजन कम करने के लिए ओट, योगर्ट, सलाद जैसे वेस्टर्न सुपरफूड्स को ही प्राथमिकता देते हैं. लेकिन, असली समस्या भारतीय फूड नहीं है, बल्कि इसे बनाने का तरीका है. यहां कुछ फायदेमंद फूड्स के बारे में आपको जरूर जानना चाहिए.
बेहतरीन फ्लेवर के मसाले
स्वास्थ्य संबंधी जबरदस्त फायदों के कारण हल्दी, काली मिर्च, लौंग, जीरा, राई जैसे मसालों का इस्तेमाल औषधीय कामों में भी होता है. इनकी एंटी इनफ्लेमेंट्री, एंटी बैक्टिरियल और एंटी ऑक्सीडेंट विशेषताएं आपको अति गंभीर बीमारियों से दूर रखती हैं. ये आपको लंबे समय तक ताजगी देते हैं. इसके साथ ही ये आपके शरीर के हानिकारक तत्वों को बाहर निकालकर वजन घटाते हैं और आपके मेटाबॉलिज्म को भी चार्ज करने में ये खासे सहायक होते हैं.
पैकेज्ड फूड से करें किनारा
घर पर बने खाने की बात ही अलग होती है. रोटी से लेकर करी तक, सब कुछ हेल्दी और पौष्टिक तत्वों द्वारा घर में बनाए जाते हैं. घर का बना खाना हमेशा डिब्बाबंद या पैकेज्ड खाने की तुलना में अच्छा होने के साथ ही वजन घटाने में सहायक होता है. डिब्बाबंद खाना खाने से वजन बढ़ने की सम्भावना काफी ज्यादा हो जाती है.
न्यूट्रिशियस अनाज
चपाती की बात आते ही सबसे पहले दिमाग में गेहूं आता है जो कार्ब्स का स्रोत है लेकिन आप ज्वार, बाजरा और जौ जैसे पौष्टिक अनाज का इस्तेमाल करके भी चपाती बना सकते हैं. इनसे प्रोटीन, कैल्शियम, फोलेट, आयरन और मैग्नीशियम जैसे तत्वों की पूर्ति शरीर में होती है.
फूड में वैरायटी
खाने में वैरायटी से हमेशा एक जैसा खाना खाने की बोरियत से बचा जा सकता है. हम सभी लोगों को थोड़ी विविधता और स्वाद की जरूरत होती है. इसके लिए आप भारतीय फूड को अपना सकते हैं. पोहा, इडली, साबुदाना की खिचड़ी, उपमा, चीला जैसे बहुत सारे भारतीय व्यंजन हैं. इनसे पोषक तत्व मिलने के साथ आपका वजन भी नियंत्रण में रहेगा.