गणतंत्र दिवस के मौके पर किसान ने निकाला ट्रैक्टर मार्च उसमे हुई हिंसा
देश की राजधानी में कई हफ्तों से विरोध-प्रदर्शन कर रहे किसानों ने गणतंत्र दिवस के मौके पर ट्रैक्टर मार्च निकालने का ऐलान किया था. मंगलवार को निकाला गया यह मार्च अचानक से हिंसक हो उठा.
हालात इतने खराब हो गए कि पुलिसकर्मियों को उग्र किसानों को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले तक छोड़ने पड़े. अक्षरधाम के पास तो पुलिस और किसानों में भिड़ंत भी हो गई.
उत्तेजित किसानों ने ट्रैक्टर पलटने की कोशिश की और रोके जाने पर पुलिसकर्मियों को डंडे लेकर खदेड़ने लगे. हालात बेकाबू होता देख पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े.
किसानों को अक्षरधाम के समीप से गुजरती हाईवे पर रोक दिया गया. दूसरी तरफ, सिंघु बॉर्डर से आने वाले किसान आउटर रिंग रोड पर आने के बाद ISBT की ओर मुड़ गए.
वहीं, आज सुबह खबर सामने आई थी कि किसानों की ट्रैक्टर परेड को ध्यान में रखते हुए यूपी पुलिस ने दिल्ली जाने के सभी रास्ते बंद कर दिए थे और लोगों से अपील की थी कि वे प्रतिबंधित रास्तों पर बिल्कुल न जाएं.
अतिआवश्यक होने पर लोग केवल दो रास्तों का प्रयोग कर दिल्ली जाएं. यूपी पुलिस ने ट्रैक्टर परेड और लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए एडवाइजरी जारी की थी. हालांकि, इसके बावजूद गाजीपुर बॉर्डर के जरिए हजारों किसान दिल्ली में घुस आए और पुलिस से उनकी झड़प भी हो गई.
इससे पहले गाजियाबाद के एसपी ट्रैफिक रामानंद कुशवाहा ने बताया था कि यूपी गेट से निकलने वाले ट्रैक्टर परेड की वजह से गाजियाबाद से दिल्ली जाने वाले लगभग सभी मार्गों को बंद कर दिया गया है.
उन सभी रास्तों पर वाहन नहीं चलेंगे, जिन रास्तों से होकर ट्रैक्टर परेड निकलेगी. दिल्ली जाने का मुख्य रास्ता यूपी गेट को किसानों ने पहले से ही बंद कर रखा है. ऐसे में दिल्ली जाने के लिए दो रास्ते लगातार खुले रहेंगे.
इनमें पहला रास्ता भोपुरा बार्डर से करावल नगर, यमुना विहार, हर्ष विहार होकर जाया जा सकेगा. गाजियाबाद और ट्रांस हिंडन के लोगों को इस रास्ते से जाने पर करीब 18 किमी. लंबा चक्कर लगाना पड़ेगा. दिल्ली की सीमा में दाखिल हुए किसानों को डंडे से ट्रकों के शीशे तक फोड़ते देखे गया.