उत्तराखंडप्रदेश

स्वास्थ्य महानिदेशालय पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने दिया धरना, आंदोलन तेज करने और आमरण अनशन की दी चेतावनी

चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ (चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग) से जुड़े कर्मचारियों ने अपनी लंबित मांगों के समाधान को लेकर सोमवार को स्वास्थ्य महानिदेशालय पर धरना दिया। इस दौरान उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द मांगों का समाधान नहीं किया गया तो वे आंदोलन तेज करने के साथ आमरण अनशन शुरू कर देंगे।

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत संघ के पदाधिकारी और अन्य कर्मचारी सुबह को स्वास्थ्य महानिदेशालय पहुंचे, लेकिन वहां मुख्य प्रवेश द्वार बंद होने से आक्रोशित कर्मचारियों ने गेट पर ही नारेबाजी शुरू कर दी। बाद में संघ पदाधिकारियों की वार्ता स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अमिता उप्रेती से हुई। जिसमें उन्होंने भरोसा दिया कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की पदोन्नति, लैब सहायक, डार्क रूम सहायक, ड्रेसर, ओटी सहायक से संबंधित प्रस्ताव सप्ताहभर में शासन को भेज दिया जाएगा।

उन्होंने कर्मचारियों को पौष्टिक आहार भत्ता, एक माह का मानदेय और जोखिम भत्ता प्रस्ताव भी स्वीकृति के लिए शासन को भेजने का आश्वासन दिया। इस दौरान संघ के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा, महामंत्री सुनील अधिकारी, उपाध्यक्ष गिरीश पंत, नेलशन अरोड़ा, दीपक धवन, शिवनारायण सिंह, रविंद्र सिंह, बनवारी सिंह, मनवर सिंह, जीपी गोदियाल, त्रिभुवन पाल आदि भी धरने पर बैठने वालों में शामिल रहे।

शिविर में दी कानूनों की जानकारी

विधि सेवा एवं सामाजिक उत्थान समिति की ओर से दून फार्म हाउस में कानूनी सहायता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में जिला विधि सेवा प्राधिकरण की सचिव नेहा कुशवाहा ने बाल अधिकार एवं शिक्षा का अधिकार, घरेलू हिंसा और वरिष्ठ नागरिकों के अधिकार के संबंध में जानकारी दी।

कार्यक्रम में समाज कल्याण विभाग, आपूर्ति विभाग व जिला विधि सेवा प्राधिकरण की ओर से रक्तदान शिविर भी लगाया गया। इस मौके पर ताहिर अली, तजब्बुल हुसैन, गौरव घिल्डियाल, फरीदा खातून, संपत्ति नेगी, सावित्री पुरोहित, बंका राम ठाकुर मौजूद रहे।

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