NGO ने ‘नेशनल कमीशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट्स’ में रिहाना के ‘ब्यूटी ब्रांड’ के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई
जबसे अन्तराष्ट्रीय पॉप स्टार रिहाना ने किसानों के समर्थन में एक ट्वीट किया है, तब से ही वे भारत में कई संगठनों के निशाने पर आ गई हैं. भारत में कई जगह उनके खिलाफ पुतले फूंकने की घटनाएं भी सामने आईं, अब उनके खिलाफ भारत में एक और अधिकारिक शिकायत दर्ज की गई है. लीगल राइट्स ऑब्जर्वेटरी नाम के एक एनजीओ ने ‘नेशनल कमीशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट्स’ में रिहाना के ‘ब्यूटी ब्रांड’ के खिलाफ एक शिकायत दर्ज करवाई है.
लीगल राइट्स ऑब्जर्वेटरी के विनय जोशी ने आरोप लगाया है कि रिहाना के ‘फेंटी ब्यूटी’ नाम के प्रोडक्ट में झारखंड के ‘मीका’ नामक पदार्थ का इस्तेमाल होता है, जिसके उत्पादन में चाइल्ड लेबर से काम कराया जाता है. लीगल राइट्स ऑब्जर्वेटरी ने इस मामले में चाइल्ड राइट्स कमीशन से जांच की मांग की है.
लीगल राइट्स ऑब्जर्वेटरी ने आरोप लगाया है कि इस ब्रांड के पास ऐसा कोई सर्टिफिकेट नहीं है जिससे ये प्रमाणित होता होता हो कि उनके प्रोडक्ट बनाने में बाल श्रम का उपयोग नहीं किया गया है. विनय जोशी ने FIR दर्ज कराते हुए कहा कि ‘भारत के हितों के खिलाफ किए काम का परिणाम पारस्परिक कार्रवाई के रूप में होगा.’
आपको बता दें कि रिहाना के एक ट्वीट ने पूरे देश में हड़कंप मचा दिया है, जिसमें उन्होंने किसानों के मसले पर बात किए जाने की बात कही थी. उसके बाद से रिहाना कई संगठनों और इंडियन सेलेब्रिटीज के निशाने पर आ गई हैं. कई भारतीय सेलेब्रिटीज द्वारा उनका इस तर्क के साथ विरोध किया गया कि किसान आंदोलन देश का आंतरिक मामला है.
रिहाना के ट्वीट के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय द्वारा बाकायदा एक पत्र भी जारी किया गया जिसमें विदेश मंत्रालय ने अप्रत्यक्ष रूप से विदेशी सेलिब्रिटीज के द्वारा किसान आंदोलन को दिए गए समर्थन को ‘झूठा प्रचार’ करार कहा गया है.