सी0एम0 हेल्पलाइन कॉल सेण्टर सप्ताह के सभी सातों दिन 24 घण्टे क्रियाशील
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देशों के क्रम में जनसमस्याओं के त्वरित और प्रभावी समाधान के लिए सी0एम0 हेल्पलाइन-1076 का संचालन किया जा रहा है।
सी0एम0 हेल्पलाइन के माध्यम से जनता की समस्याओं के पारदर्शीपूर्ण एवं गुणवत्तापूर्ण ढंग से निराकरण हेतु सक्रियता से कार्य करने तथा इस सुविधा का अधिक से अधिक लोग लाभ उठा सकें, इसके लिए हेल्पलाइन का प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए गए हैं।
यह जानकारी आज यहां देते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि सी0एम0 हेल्पलाइन कॉल सेण्टर सप्ताह के सभी सातों दिन 24 घण्टे क्रियाशील रहता है। इस कॉल सेण्टर में प्रतिदिन 35,000 कॉल्स आती हैं
जिनमें विभागीय योजनाआंे की जानकारी, शिकायतों की स्थिति के अलावा 4,500 शिकायतें प्रतिदिन दर्ज की जाती है। हेल्पलाइन पर दर्ज 35.5 लाख से अधिक शिकायतों का अब तक निस्तारण किया जा चुका है। राजधानी लखनऊ में सी0एम0 हेल्पलाइन-1076 के लिए 500 सीटों के एक कॉल सेण्टर की स्थापना की गई है। इसकी क्षमता 1000 सीट तक बढ़ाई जा सकती है।
कॉल सेण्टर की कार्य प्रणाली के विषय में प्रवक्ता ने बताया कि सी0एम0 हेल्पलाइन पर दर्ज शिकायत सम्बन्धित विभाग के एल-1 अधिकारी को भेजी जाती हैं। शिकायत के निस्तारण की जानकारी प्राप्त होने के उपरान्त सी0एम0 हेल्पलाइन द्वारा शिकायतकर्ता से सम्पर्क कर फीडबैक प्राप्त किया जाता है।
यदि शिकायतकर्ता फीडबैक से असंतुष्ट है, तो शिकायत पुनः एल-1 अधिकारी को भेजी जाती है। एल-1 अधिकारी द्वारा उस पर पुनः कार्यवाही करने पर भी यदि शिकायतकर्ता असंतुष्ट है तो, उसे एल-2 अधिकारी को प्रेषित किया जाता है। एल-2 अधिकारी, शिकायत तथा एल-1 अधिकारी की आख्या के आधार पर, अपने स्तर पर आवश्यक कार्यवाही करते हुए शिकायत को निस्तारित कर सकते हैं।
सी0एम0 हेल्पलाइन द्वारा डी0एम0 पोर्टल, तहसील दिवस, ऑनलाइन पी0जी0 पोर्टल, अन्य सभी माध्यमों से आई0जी0आर0एस0 पर प्राप्त शिकायत सन्दर्भों पर फीडबैक प्राप्त किया जाता है। अब तक लगभग 112 लाख सन्दर्भों का फीडबैक लिया जा चुका है।
प्रवक्ता ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के सम्बन्ध में सी0एम0 हेल्पलाइन से लाभार्थियों को कॉल किया जाता है तथा सुविधाओं का फीडबैक प्राप्त किया जाता है। सरकार द्वारा सी0टी0 स्कैन, डायलिसिस की सुविधा के सम्बन्ध में भी फीडबैक प्राप्त किया जाता है।
प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ रहे बच्चों को प्रदेश सरकार द्वारा निःशुल्क उपलब्ध कराए गए स्वेटर, यूनिफार्म एवं पाठ्य-पुस्तक के सम्बन्ध में फीडबैक प्राप्त किया जा रहा है। इसके अलावा, धान क्रय, आयुष्मान भारत योजना के सम्बन्ध में भी नागरिकों से सम्पर्क कर फीडबैक प्राप्त किया जा रहा है।
प्रवक्ता ने बताया कि कोरोना कालखण्ड के दौरान सी0एम0 हेल्पलाइन का बेहतर उपयोग करते हुए जरूरतमन्दों को राहत प्रदान करने तथा संक्रमण के नियंत्रण में अत्यधिक सहायता मिली। कोविड-19 से सम्बन्धित आउटबाउण्ड कॉलिंग द्वारा प्रधान, पार्षद, अप्रवासी, आशा कार्यकर्ता आदि को कॉल द्वारा सम्पर्क किया गया।
इस प्रकार प्रधानों, पार्षदों, आशा बहुओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों, ग्राम पंचायत सचिव तथा लेखपालों से सम्पर्क कर उन्हें कोरोना महामारी के बारे में बताया गया और गाँव और वॉर्ड स्तर पर किए जाने वाले उपायों के बारे में निर्देश दिए गए।
प्रवासी श्रमिकों के प्रदेश आने पर ग्रामवार आंकड़े एकत्र किए गए। होम आइसोलेशन/हॉस्पिटल में भर्ती कोरोना मरीजों से सम्पर्क कर फीडबैक प्राप्त किया गया।
प्रवक्ता ने बताया कि कोरोना महामारी के दृष्टिगत सी0एम0 हेल्पलाइन के माध्यम से प्राप्त
शिकायतों के त्वरित निस्तारण के लिए कोविड डैशबोर्ड तैयार किया गया, जिसके माध्यम से समस्त शिकायतों के निस्तारण की मॉनीटरिंग की गई।