असम में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पीएम मोदी पर जम कर बरसे
कांग्रेस नेता राहुल गांधी चुनावी राज्य असम में पहुंचे हैं। यहां उन्होंने विधानसभा चुनाव अभियान की शुरुआत की। राहुल गांधी ने शिवसागर जिले के शिवनगर बोर्डिंग फील्ड से रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई की जमकर तारीफ की और बीजेपी पर निशाना साधा।
राहुल गांधी ने कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए सीएए नहीं होगा। उन्होंने शरीर पर पड़े उस गमछे को दिखाया जिस पर सीएए लिखा था और उस पर क्रॉस लगा था। उन्होंने कहा कि हम दो हमारे दो कान खोलकर सुन लो कि सीएए नहीं होगा।
राहुल गांधी ने 100-50 रुपये के नोट और कुछ सिक्के दिखाते हुए कहा कि वह इससे बताएंगे कि बीजेपी देश में सीएए इसलिए लाना चाहती है। उन्होंने कहा कि असम के मजदूरों को 167 रुपये मिलते हैं और गुजरात के कारोबारियों को टी गार्डन देते हैं। मोदी जानते हैं कि असम को तोड़कर ही वह यहां से चोरी कर सकते हैं।
राहुल ने कहा, ‘हम दो, हमारे दो.. बाकी सब मर लो…असम से सबकुछ लो… देश को सिर्फ चार लोग चला रहे हैं। सब कुछ बोले बजट में लेकिन किसानों को कुछ नहीं दिया। असम में जाओ, बांटों और जो है वह ले लो… बस इतना ही। जो आपका है वह यह चाहते हैं। वह जानते हैं कि असम में आग लगा दी तो जा चाहें वह ले सकते हैं।
#WATCH | "…..Hum ne yeh gamchha pehna hai.. ispe likha hai CAA.. ispe humne cross laga rakha hai, matlab chahe kuchh bhi ho jaye.. CAA nahi hoga.. 'hum do, hamare do' achhi tarah sun lo, (CAA) nahi hoga, kabhi nahi hoga," says Congress leader Rahul Gandhi in Sivasagar, Assam pic.twitter.com/ZYk7xAUdYx
— ANI (@ANI) February 14, 2021
कांग्रेस सांसद ने कहा कि बाहर से आने वालों के लिए छोटा प्रदेश है। अलग धर्म, अलग जाति अलग भाषाएं… जब मैं आता था तब हर यात्रा पर तरुण गोगोई असम के बारे में ज्ञान देते थे। जो जानकारी थी वह तरुण गोगोई बढ़ाते थे। हर बार होकर जाता तो सीखकर जाता था।
एक बार यहां हिंसा का समय था। मुझे बताया कि पब्लिक मीटिंग में जाते थे, पता नहीं होता था कि वापस आएंगे। मतलब यह नहीं पता था कि जिंदा रहेंगे कि नहीं। लेकिन कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता जोखिम लेकर पब्लिक मीटिंग में जाते थे। टीम में बड़े नेता थे जो असम को जोड़ने के काम करते थे। हिंसा खत्म करने का काम किया।
राहुल ने कहा कि मुझे बताया गया कि जो पुरस्कार असम के सिपाही तरुण गोगोई को दिया गया। उस व्यक्ति को जिसने इस प्रदेश को जोड़ा, जिसने पूरी जिंदगी इस प्रदेश को जोड़ने में लगा दी उसी लिस्ट में पीएम दफ्तर के एक ब्यूरोक्रेट का नाम था।
दुख हुआ कि हिंदुस्तान की सरकार ने तरुण गोगोई और असम का अपमान किया। एक व्यक्ति जिसने अपनी राज्य को जिंदगी दे दी असम को जोड़ा, भारत के झंडे की रक्षा की। उनके साथ पीएम मोदी की हां में हां मिलाने वाले ब्यूरोक्रेट का नाम शामिल कर दिया। यह बहुत खराब लगा।
राहुल ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस रोज देश को बांटने का काम कर रही है। असम बंट गया तो किसी को नुकसान नहीं होगा, असम को नुकसान होगा और असम के नुकसान से पूरे देश को नुकसान होगा। असम छोटा प्रदेश नहीं है, देश के गुलदस्ते का एक सुंदर फूल है। देश को असम की जरूरत है। असम में हिंसा आएगी तो असम बंटेगा। यह हम नहीं होने देंगे।