जाने आज क्या बनाया सेंसेक्स और निफ्टी ने नया रिकॉर्ड
सेंसेक्स और निफ्टी आज रिकॉर्ड तेजी के साथ बंद होने में कामयाब हुए हैं। सेंसेक्स सोमवार को 609.83 अंक चढ़कर 52,154.13 पर बंद हुआ। जबकि निफ्टी 151.40 अंक ऊपर 15,314 पर बंद होने में कामयाब रही है।
आज बैंकों के शेयरों में अच्छी तेजी आई है। आज के कारोबार में छोटे-मझौले शेयरों में भी जोरदार खरीदारी देखने को मिली। BSE की मिड और स्म़ॉल कैप इंडेक्स ने भी 1.44 और 0.74 फीसदी की बढ़त देखने को मिली।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजित मिश्रा ने कहा कि बाजार में हालिया कंसोलिडेशन उम्मीद के अनुरुप है लेकिन बाजार के थकने के कोई संकेत नहीं है। नतीजों के मौसम के लगभग अंतिम दौर में होने के साथ ही आगे बाजार की दिशा का निर्धारण ग्लोबल संकेतों से होगा।
अगर निफ्टी में 15200 से कोई ऊपर निर्णायक ब्रेक आता है तो फिर हमें इसमें 15500 के स्तर देखने को मिलेगी। हम मार्केट पर सतर्क नजर बनाए रखते हुए बुलिश नजरिया रखते हैं।
कोविड 19 वैक्सीन के आने के साथ तेज रिकवरी की उम्मीद और अमेरिका में नए राहत पैकेज की खबरों के बीच ग्लोबल सेटिंमेंट में जोरदार सुधार आया जिसका असर भारतीय बाजारों में भी देखने को मिला।
आज जापान के Nikkei में 1 फीसदी से ज्यादा बढ़त देखने को मिली है। वहीं चीन और हागंकांग के बाजार लूनर न्यू ईयर हॉलिडे की वजह से बंद है। अमेरिकी बाजार भी 15 फरवरी के Presidents Day holidaY की वजह से बंद है।
बैंकिंग और फाइनेशिंयल सेक्टर के हैवी वेट्स शेयरों में आई जोरदार खरीद ने सेसेंक्स और निफ्टी को पंख लगा दिए हैं। बता दें कि सेसेंक्स और निफ्टी ने बैंकिंग और फाइनेशिंयल शेयरों का सबसे ज्यादा वेटेज है।
सेसेंक्स की आज की रैली में ICICI Bank, HDFC twins, Kotak Mahindra Bank, Bajaj Finance और Axis Bank का सबसे बड़ा योगदान है। आज सुबह के कारोबार में निफ्टी बैंक और निफ्टी फाइनेशिंयल सर्विसेस इंडेक्स ने 37,012.65 और 17,437.25 का फ्रेश रिकॉर्ड बनाया।
दिसबंर महीने IIP पॉजिटिव रही है। इसमें 1 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। इसमें metals, pharmaceutical और petrochemical products का खास योगदान रहा है।
बता दें कि नवबंर IIP में 1.9 फीसदी की गिरावट देखने को मिली थी। इसके अतिरिक्त CPI में उम्मीद से ज्यादा गिरावट देखने को मिली है और यह जनवरी में 4.06 फीसदी पर रही है जो कि दिसबंर में 4.59 फीसदी रही थी।
जानकारों का कहना है कि CPI में गिरावट और IIP में बढ़त बाजार के लिए शुभ संकेत है। जानकारों का कहना है कि अगर यह ट्रेंड बना रहता है तो वित्त वर्ष 2022 में कॉर्पोरेट प्रॉफिट अपसाइड पर सरप्राइस देंगे और स्टॉक वैल्यूएशन कम होगे।