भारत के पडोसी नेपाल में कितना सस्ता है पेट्रोल और डीजल ?
नेपाल में भारत से सस्ता पेट्रोल और डीजल होने की वजह से नेपाल से ईंधन भारत लाने की खबरों को देखते हुए नेपाल आयल निगम ने सीमावर्ती ज़िलों के पेट्रोल पंपों को दिशानिर्देश जारी किया.
इस दिशानिर्देश में आठवें नम्बर पर कहा गया है कि भारतीय गाड़ियों में 100 लीटर से ज्यादा डीजल नहीं डालना है. इसके अलावा गैलन या कंटेनर में डीजल/पेट्रोल देने पर भी रोक लगाई गई है.
बता दें कि नेपाल में भारतीय करेंसी के हिसाब से पेट्रोल 70 रुपये 31 पैसे प्रति लीटर और डीज़ल 59 रुपये 69 पैसे प्रति लीटर है। भारत का एक रुपया नेपाल के एक रुपये 60 पैसे के बराबर होता है.
नेपाल आयल निगम के दिशानिर्देश में कहा गया है कि हर सीमावर्ती ज़िले के कम से कम 5 पेट्रोल पम्प की रोज़ाना जांच हो और वहां देखा जाए कि ईंधन की कालाबाज़ारी तो नहीं हो रही है. भारत की तरफ जाने वाली गाड़ियों की जांच की भी बात इसमें लिखी गई है.
कोरोना की वजह से भारत नेपाल सीमा पर गाड़ियों की आवाजाही प्रतिबंधित है. सिर्फ आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए ट्रकों को वैध कागज़ात के साथ सीमा के इस पर से उस पार जाने दिया जा रहा है.
जो ट्रक भारत से आवश्यक वस्तु लेकर नेपाल जा रहे हैं वो अपना टैंक ख़ाली करके नेपाल जाते हैं और फुल करा के वापस लौटते हैं। इसके अलावा बहुत से बाइक वाले भी ऐसा करने की कोशिश करते देखे गए हैं. इन ख़बरों को देखते हुए अब नेपाल आयल निगम ने सख़्ती शुरू कर दी है.
नेपाल को पेट्रोल की आपूर्ति भारत से होती है. दोनों देशों के बीच हुई एक पुरानी संधि के अनुसार इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) नेपाल के लिए खाड़ी देशों से पेट्कोन का आयात करता है.
नेपाल को यह पेट्रोल खरीद मूल्य पर बेचा जाता है और केवल रिफाइनरी शुल्क लिया जाता है. यही वजह है कि नेपाल में यहां के मुकाबले पेट्रोल सस्ता है और बढ़ते दामों की वजह से इसकी तस्करी नेपाल से शुरू हो गई है.
वहीं, नेपाल सीमा से सटे इलाकों में पेट्रोल पंप मालिकों का कहना है कि नेपाल से पेट्रोल की तस्करी शुरू हो जाने की वजह से घरेलू बाजार में पेट्रोल की बिक्री प्रभावित हो रही है. हालांकि, अब इसे लेकर पुलिस भी सतर्क हो गई है.