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सेंसेक्स 1600 अंक से ज्यादा टूटकर 50 हजार के नीचे जाने निफ्टी के क्या है हाल ?

कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई. सप्ताह के अंतिम कारोबारी सत्र में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 900 से ज्यादा अंक लुढ़ककर 50,120 के आसपास खुला.

निफ्टी भी 167 अंक यानी 1.77 फीसदी की गिरावट के साथ 14,829 के स्तर पर खुला है. शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 30 के सभी शेयर्स लाल निशान पर कारोबार करते नज़र आए. पीएसयू बैंकों और मेटल सेक्टर में दबाव देखने को मिला.

दोपहर 12 बजे: सेंसेक्स 1600 अंक यानी 3.14 फीसदी से ज्यादा लुढ़ककर 50 हजार के नीचे पहुंच चुका है. ​फिलहाल यह 49,437 अंक के आसपास कारोबार करते नज़र आ रहा है.

हालांकि, निफ्टी फार्मा अभी भी हरे निशान पर कारोबार करते नज़र आ रहा है. यह इंडेक्स 0.24 फीसदी की बढ़त के साथ ट्रेड कर रहा है. बीएसई 500 स्टॉक्स में सबसे खराब प्रदशर्न बैंक ऑफ महाराष्ट्र के शेयरों में देखने को मिल रही है.

इसमें 6.66 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है. इसके अलावा श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस, इंडियन आवेरसीज बैंक और न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी के शेयरों में गिरावट नज़र आ रहा है

शुक्रवार को एशियाई इंडेक्स लाल निशान पर खुल थे. टेक सेक्टर्स के स्टॉक्स में गिरावट के बाद वॉल स्ट्रीट भी लाल निशान पर कारोबार करते नजर आया था. इसके बाद एशियाई बाजार में भी दबाव देखने को मिला.

आज अधिकतर इंडेक्स लाल निशान पर ही हैं. एसजीएक्स निफ्टी, निक्केई 225, स्ट्रेट टाइम्स, हैंगसेंग, ताइवान इंडेक्स, को​स्पी और शंघाई इंडेक्स में गिरावट नजर आई.

अमेरिकी बाजार की बात करें तो गुरुवार के कारोबार में यह भी गिरावट के साथ बंद हुआ है. ​फीसदी के हिसाब से नैस्डेक कम्पोजिट बीते 4 महीने में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज किया.

अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में इजाफे की वजह से वाल स्ट्रीट पर दबाव देखने को मिला. डाओ जोंस 1.75 फीसदी, एसएंडपी 500 इंडेक्स 2.45 फीसदी और नैस्डेक कम्पोजिट 3.52 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ.

वैश्विक बाजार में कच्चे तेल के भाव में मिलाजुला रुख रहा है. अमेरिकी कच्चा तेल 2019 के बाद से उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है. हालांकि, ब्रेंट के भाव में गिरावट देखने को मिली. माना जा रहा है कि चार महीने तक लाभ के बाद उत्पादक आउटपुट बढ़ाने का फायदा ले सकते हैं.

अप्रैल डिलीवरी के लिए ब्रेंट का भाव 0.2 फीसदी गिरकर 66.88 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है. जबकि, डब्ल्यूटीआई 0.5 फीसदी की बढ़त के साथ 63.53 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है.

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