MP के खंडवा से भाजपा सांसद नंद कुमार का निधन, पाए गए थे कोरोना संक्रमित
खंडवा के सांसद नंदकुमार सिंह का दिल्ली के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया है। वह पिछले लगभग एक महीने से दिल्ली में भर्ती थे। 11 जनवरी को कोरोना पॉजिटिव होने के बाद के बाद भोपाल के अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था, लेकिन ज्यादा सीरियस होने की वजह से उन्हें दिल्ली के मेदांता अस्पताल में शिफ्ट किया गया था। उनका अंतिम संस्कार शाहपुर बुरहानपुर में होगा।
70 के दशक में इमरजेंसी लगने के दौरान नंदकुमार सिंह चौहान छात्र अवस्था में थे। लोकतंत्र की हत्या होते देख चौहान ने जनसंघ ज्वाइन किया और कांग्रेस के खिलाफ काम किया। इसके बाद ही वे शाहपुर से नगरीय निकाय चुनाव लड़े और अध्यक्ष चुने गए। यही से उनका राजनीतिक सफर शुरू हुआ।
1978 में शाहपुर नगर पंचायत के लिए चौहान हुए थे नामांकित
सांसद चौहान के राजनीतिक सफर की शुरुआत 1978 में शाहपुर नगर पंचायत के अध्यक्ष पद पर नामांकित होने से हुई। दूसरी बार पंचायत का चुनाव जीते। 1985, 1990 और 1993 में लगातार तीन बार शाहपुर विधानसभा सीट से चौहान विधायक चुने गए। 1996 में भाजपा ने पहली बार खंडवा लोकसभा सीट से सांसद का उम्मीदवार बनाया।
इसलिए नंदकुमार को 1996 में मिला था सांसद का पहला टिकट
सांसद चौहान के करीबी भाजपा नेता ज्ञानेश्वर पाटिल ने बताया 1992 में शाहपुर विधानसभा सीट पर चौहान ने निमाड़ में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ठाकुर शिवकुमार सिंह को हराया। इसके बाद चौहान का कद क्षेत्र के साथ ही पार्टी की राजनीति में बढ़ा। 1996 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें विधायक रहते हुए खंडवा लोस सीट से उम्मीदवार बनाया। चुनाव में चौहान ने विस के ही पुराने प्रतिद्वंदी कांग्रेसी नेता शिवकुमार सिंह को 94350 वोटों से हराया।