प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गुजरात के केवडिया में संयुक्त कमांडर्स सम्मेलन को संबोधित करेंगे। पहली बार सम्मेलन में तीनों सेवाओं के जवानों और जूनियर कमीशन अधिकारियों (जेसीओ) द्वारा भाग लिया जाएगा।
शनिवार को पीएम मोदी की केवडिया यात्रा से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह केवडिया पहुंचे और तैयारियों की समीक्षा की व वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के साथ गतिरोध के दौरान सशस्त्र बलों के साहस और वीरता की सराहना की।
मंत्रालय द्वारा एक विज्ञप्ति में बताया किया कि उन्होंने सैन्य खतरों की उभरती प्रकृति, इन खतरों को पूरा करने में सशस्त्र बलों की महत्वपूर्ण भूमिका और भविष्य में युद्ध की प्रकृति में अपेक्षित बदलावों पर बात की। रक्षा मंत्री ने निस्वार्थ साहस के लिए अपनी हार्दिक प्रशंसा और सम्मान व्यक्त किया।
सूत्रों का हवाला देते हुए एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, पीएम सभा को संबोधित करने के लिए शनिवार सुबह केवडिया पहुंचेंगे। सम्मेलन में पीएम मोदी के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल भी मौजूद रहेंगे।
अन्य रैंकों को शामिल करने का सुझाव पीएमओ से आया
अब तक केवल तीन सशस्त्र सेनाध्यक्षों और कमांडरों-इन-चीफों सहित सशस्त्र बलों के वरिष्ठ अधिकारियों तक सीमित थे। इस बार सम्मेलन में पहली बार जवानों और जेसीओ को शामिल किया जाएगा। रिपोर्टों के अनुसार, जेसीओ और जवानों को शामिल करने का सुझाव सशस्त्र बलों के दिन-प्रतिदिन के कामकाज की गहन जानकारी प्राप्त करने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा मंगाई गई थी।
परिचालन मामलों और आधुनिकीकरण से संबंधित मुद्दों के अलावा, सम्मेलन में भारत-चीन गतिरोध पर भी चर्चा की जाएगी। वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलओसी) के साथ स्थिति, विशेष रूप से भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम समझौतों के कार्यान्वयन पर भी चर्चा होने की संभावना है।
समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा सरकारी सूत्रों के हवाले से कहा गया है, “जवानों ने सेना और संचालन के कामकाज से जुड़े मुद्दों पर विभिन्न चर्चाओं में हिस्सा लिया।” समाचार एजेंसी आईएएनएस ने एक सूत्र के हवाले से कहा, “सम्मेलन के दौरान एक नई वायु रक्षा कमान स्थापित करने और समुद्री कमान की लंबाई पर चर्चा की जाएगी।