महाराष्ट्र समित इन राज्यों में बढे कोरोना के सबसे ज्यादा नए मामले
भारत में कोरोना के मामले फिर से तेज़ी से बढ़ रहे हैं खास कर कुछ राज्यों में. पिछले 24 घंटो में 18 हजार से ज्यादा नए केस सामने आए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों में देश में 18 हज़ार 599 नए केस दर्ज किए गए हैं.
वहीं, इस संक्रमण से 24 घंटों में 97 लोगों की मौत हुई है. भारत मे ऐक्टिव केस यानी वो लोग जिनका इलाज चल रहा है, उनकी संख्या भी बढ़ी है. भारत में 1 लाख 88 हज़ार 747 एक्टिव केस हैं.
कोरोना के मामलों में बढ़ोत्तरी कुछ राज्यों में ही देखी जा रही है. महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, कर्नाटक, गुजरात और तमिलनाडु कोरोना के नए मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 11 हजार 141 नए मामले सामने आए हैं. इसके बाद केरल में 2,100 जबकि पंजाब में 1,043 नए मामले सामने आए.
पिछले 24 घंटों में रिपोर्ट किए गए नए मामलों में से 86.25% सिर्फ 6 राज्यों में हैं. ये राज्य हैं महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, कर्नाटक, गुजरात और तमिलनाडु. महाराष्ट्र में 11 हज़ार 141 , केरल में 2,100 , पंजाब में 1,043 , कर्नाटक में 622 , गुजरात में 575 और तमिलनाडु में 567 नए मामले रिपोर्ट हुए हैं.
इसी तरह पिछले 24 घंटों में 97 लोगों की मौत संक्रमण से हुई है. महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 38 संक्रमितों की मौत हुई है. इसके बाद पंजाब में 17, केरल में 13, उत्तर प्रदेश में 8, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 3 मौतें हुई हैं.
वहीं वीकली पॉजिटिविटी रेट की बात करें तो कुछ राज्यों की वीकली पॉजिटिविटी रेट राष्ट्रीय औसत से कई ज्यादा है. राष्ट्रीय वीकली पॉजिटिविटी रेट 2.29% है, वहीं महाराष्ट्र का 11.13%, केरल का 5.10%, चंडीगढ़ का 4.45%, गोआ का 3.83% और पंजाब का 3.81% है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय उन राज्यों के साथ उच्च स्तरीय समीक्षा बैठकें कर रहा है, जहां लगातार नए मामले बढ़ रहे हैं. इसको लेकर केंद्र की तरफ से स्वास्थ्य सचिव साप्ताहिक समीक्षा बैठकें कर रहे हैं. हाल ही में केंद्र सरकार ने उन राज्यों में सेंट्रल टीम भेजी है, जहां मामले बढ़ रहे हैं, ताकि उनको कंट्रोल किया जा सके.
केंद्र सरकार ने उच्च स्तरीय टीमों को महाराष्ट्र, केरल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, गुजरात, पंजाब, कर्नाटक, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और जम्मू और कश्मीर में भेज हुआ है, ताकि कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह और उसे कम करने में राज्य सरकार की मदद की जा सके.