उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी आलाधिकारियों को कोरोना के बढ़ते ममले देखते हुए दिए ये निर्देश
कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए कई राज्यों में उठाए जा रहे कदमों को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने सख्ती करना शुरू कर दिया है। इसके चलते बुधवार शाम यूपी सरकार ने नई गाइडलाइंस जारी कर दी।
प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव ने राज्य के सभी जिलाधिकारियों, मंडलायुक्तों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि कोरोना महामारी से अधिक प्रभावित होने वाले राज्यों से यूपी में प्रवेश करने वाले यात्रियों की रेलवे और एयरपोर्ट पर टेस्टिंग की व्यवस्था की जाए।
मुख्य सचिव ने आदेश में सभी जिलों के जिलाधिकारियों, मंडलायुक्तों और स्वास्थ्य विभाग को निर्देश देते हुए कहा है कि कोरोना संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित राज्यों से हवाई या रेलयात्रा के माध्यम से यूपी में प्रवेश करने वाले सभी यात्रियों की रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर एंटीजन जांच की व्यवस्था कराई जाए। उस दौरान किसी भी यात्री में लक्षण पाए जाने पर आरटीपीसीआर की जांच के लिए नमूने को प्रयोगशाला में भेजा जाए।
यूपी सरकार की ओर से सभी आलाधिकारियों को निर्देश करते हुए कहा गया है कि रेलवे स्टेशन पर आने वाले सभी यात्रियों की सघन जांच कराई जाए, कोरोना संक्रमण के लक्षण पाए जाने पर यात्रियों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कराई जाए।
सरकार की ओर से सभी जिलों के उच्चाधिकारियों को रेलवे से यात्रियों की सूची तैयार कर सर्विलांस की कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
यूपी सरकार की ओर से यह भी कहा गया है कि प्रदेश के जिन रेलवे स्टेशनों पर लंबी दूरी तय करके अथवा अन्य राज्यों से आने वाली रेलगाड़ियों आकर रुकती हैं वहां, 24 घंटे तक कोविड जांच की व्यवस्था कराई जाए। इसके लिए उचित संख्या में जांच कर्मचारियों को तैनात किया जाए।
दस्तक अभियान के तहत घर-घर भ्रमण करने वाले फ्रंट लाइन वर्कर्स से हाल ही में दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों की पूरी जानकारी लेने के लिए सभी जिलों के जिम्मेदार अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
गाइडलाइन में यह भी कहा गया है कि संक्रमण के रोकथाम के लिए नगरों में मोहल्ला निगरानी समिति व ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम निगरानी समिति का गठन करते हुए नियमित रूप से कोविड जांच कराई जाए।