मध्य प्रदेश में कोरोना की बढ़ी रफ्तार आये 917 नए मामले
मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण खतरनाक रूप लेता जा रहा है. बीते चौबीस घंटों में इंदौर के 294, भोपाल के 184, जबलपुर के 65, उज्जैन के 35, रतलाम 29, बैतूल के 25, छिन्दवाड़ा के 22.
ग्वालियर के 20 और खंडवा के 22 नए मामलों को मिलाकर प्रदेश में कोरोना के 917 केस सामने आए हैं. प्रदेश में अब कोरोना के 6032 एक्टिव केस हो गए हैं. पॉजिटिविटी रेट 5 % है.
कोरोना की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए सरकार लगातार सख्त फैसले ले रही है. महाराष्ट्र से आने और जाने वाली बसों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. 20 मार्च से अब महाराष्ट्र से कोई बस एमपी में न तो आ सकेगी और न ही जाने की इजाज़त होगी.
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज ने कोरोना की स्थिति की समीक्षा की. उनके साथ बैठक में सभी कलेक्टर, कमिश्नर, सीएमएचओ और मेडिकल कॉलेज के डीन भी शामिल हुए.
वीडियो कांफ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कोरोना संक्रमण फिर तेजी से फैल रहा है.इसके नियंत्रण के लिए आर्थिक गतिविधियों पर रोक नहीं लगाई जा सकती.
व्यापार और रोजगार में कोरोना से बचाव के लिए सावधानियों का कड़ाई से पालन करें, नहीं तो सरकार कड़ाई करेगी. यह प्रदेश में गुड गवर्नेंस की परीक्षा है.बिना पेनिक करें हमें कोरोना को परास्त करना है.
मंत्रालय से इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी भी शामिल हुए.
बैठक में बताया गया कि भोपाल और इंदौर में प्रतिदिन करीब 40 हजार लोगों के वैक्सीनेशन का टारगेट रखा गया है, लेकिन भोपाल में 50% से ज्यादा टीकाकरण नहीं हो पा रहा. इंदौर में यह 45% ही है. हालांकि सतना जैसे अन्य छोटे जिलों में हर रोज 95% तक वैक्सीनेशन हो रहा है.