पं बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी घमासान तेज, अमित शाह जारी करेंगे पार्टी का मेनिफेस्टो
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य में सियासी घमासान जोरों पर है। तमाम दलों के बड़े नेता वोटरों को रिझाने के लिए लगातार रैली कर रहे हैं और जनता को लुभाने के लिए तरह-तरह से ऐलान कर रहे हैं। इसी कड़ी में तृणमूल कांग्रेस के बाद आज बीजेपी अपना चुनवी घोषणा पत्र जारी करने जा रही है। पश्चिम बंगाल के लिए आज बीजेपी का मेनिफेस्टो आएगा। गृहमंत्री अमित शाह पूर्वी मेदिनीपुर में रैली करने के बाद कोलकाता में पश्चिम बंगाल के लिए मेनिफेस्टो जारी करेंगे।
बीजेपी ने अपने मेनिफेस्टो को विजन डॉक्यूमेंट का नाम दिया है। उम्मीद की जा रही है कि बीजेपी के घोषणा पत्र में लिए कई लुभावने वादों का ऐलान हो सकता है। माना जा रहा है कि बीजेपी के घोषणा पत्र में कई लुभावने वादे कर सकती है। 5 साल में 1 करोड़ नौकरी का वादा जैसे कई ऐलान हो सकते हैं तो वहीं घोषणा पत्र में लव जिहाद पर कानून का भी संभव है। माना जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी अपने मैनिफेस्टो में पिछड़े वर्ग के लिए काफी संख्या में स्कूल देने का वादा कर सकती है।
बांग्लादेश से आने वाले हिंदुओं को नागरिकता देने के लिए सीएए लागू करने का ऐलान भी बीजेपी कर सकती है। बंगाल के लिए बीजेपी के विजन डॉक्यूमेंट में उत्तरी बंगाल के विकास, हाईवे, चाय उद्योग को बढ़ावा देने की बात भी हो सकती है। साथ ही किसानों को 18 हजार रुपये सालाना देने की बात भी मेनिफेस्टो में शामिल की जा सकती है।
इतना ही नहीं बीजेपी बंगाल में राज्य नीति आयोग की स्थापना का भी वादा कर सकती है। इसके अलावा कट मनी यानी तोलाबाजी और सिंडिकेट राज को खत्म करने का ऐलान भी बीजेपी कर सकती है। बीजेपी अपने विजन डॉक्यूमेंट में शारदा और रोज वैली चिट फंड घोटालों की जांच में तेजी लाने की बात भी रख सकती है। साथ ही राजनीतिक हिंसा में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ताओं के लिए विशेष पुनर्वास पैकेज का वादा भी उसके मेनिफेस्टो में हो सकता है।
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल चुनाव में मुख्य मुकाबला तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के बीच माना जा रहा है। बंगाल में वर्तमान में तृणमूल कांग्रेस की सरकार है और ममता बनर्जी मुख्यमंत्री हैं। पिछले चुनाव में ममता की टीएमसी ने सबसे ज्यादा 211 सीटें, कांग्रेस ने 44, लेफ्ट ने 26 और बीजेपी ने मात्र तीन सीटों पर जीत दर्ज की थी। जबकि अन्य ने दस सीटों पर जीत हासिल की थी। यहां बहुमत के लिए 148 सीटें चाहिए।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की 294 में से पहले चरण में 30 सीटों पर 27 मार्च को वोट डाले जाएंगे। दूसरे चरण में 30 सीटों पर एक अप्रैल को, तीसरे चरण में 31 सीटों पर 6 अप्रैल को, चौथे चरण में 44 सीटों पर 10 अप्रैल को, पांचवे चरण में 45 सीटों पर 17 अप्रैल को, छठे चरण में 43 सीटों पर 22 अप्रैल को, सातवें चरण में 36 सीटों पर 26 अप्रैल को और आठवें चरण में 35 सीटों पर 29 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। जबकि वोटों की गिनती 2 मई को होगी।