दिल्ली में संतान प्राप्ति की चाह में महिला ने की तीन साल के बच्चे की हत्या
संतान प्राप्ति की चाह में तीन वर्षीय बच्चे की हत्या करने वाली नीलम पिछले चार वर्षों से अंधविश्वास के फेर में थी। आरोपित महिला मूलरूप से हरदोई की रहने वाली है। उसी के गांव में चार वर्ष पहले एक तांत्रिक ने उसे कहा था कि बच्चे की बलि देने से ही संतान प्राप्ति होगी।
रोहिणी जिला पुलिस उपायुक्त प्रणव तयाल का भी कहना है कि बलि देने वाली बात महिला के दिमाग में पिछले चार वर्ष से थी। पुलिस जांच कर रही है कि कहीं महिला ने इससे पहले भी किसी बच्चे की हत्या तो नहीं की है। नीलम अपने पति व देवर के साथ रिठाला स्थित मकान में करीब डेढ़ महीने पहले किराये पर रहने आई थी। उसका पति सब्जी बेचने का काम करता है। पीयूष के पिता दयाराम महिला के पति को पिछले तीन वर्षों से जानते थे।
आरोपित महिला ने दयाराम के परिवार के साथ कुछ दिनों में अच्छे संबंध भी बना लिए थे। पीयूष कई बार नीलम के घर जाया करता था, लेकिन किसी को यह नहीं पता था कि महिला मासूम बच्चे की हत्या करने की योजना बना रही है।
दयाराम ने बताया कि मकान में बने 86 कमरे और छत पर टंकी आदि को खंगाला ,लेकिन पीयूष नहीं मिला। जब पुलिस ने तलाशी के दौरान छत पर टंकी के पास प्लास्टिक बरामद किया जिसमें पीयूष का शव था। दयाराम ने बताया कि हो सकता है कि महिला ने पुलिस के आने के बाद शव को अपने कमरे से निकाल कर छत पर फेंक दिया हो।