शुक्रवार 26 मार्च के किसानों के भारत बंद का राष्ट्रीय जनता दल ने समर्थन किया है। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है कि उनका मुद्दा बेरोजगारी होगा। विधानसभा में मंगलवार को विपक्षी विधायकों के हंगामा तथा उन्हें पुलिस द्वारा जबरन निकाले जाने की घटना के बारे में तेजस्वी ने कहा कि अधिकारियों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने क्लीनचिट दी है। तेजस्वी ने मुख्यमंत्री से पूछा कि क्या सदन में किसी बिल का विरोध पहली बार हुआ? क्या विधानसभा अध्यक्ष के कक्ष को पहली बार घेरा गया? हां, यह पहली बार ऐसा जरूर हुआ है कि पुलिस के बल पुलिस बिल पास हुआ। विधायकों की पिटाई भी पहली बार हुई। तेजस्वी ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मुंह से मर्यादा की बातें अच्छी नहीं लगतीं।
समाजवादियों ने आसन पर बैठकर चलाया था हाउस
तेजस्वी ने कहा कि आज से 46-47 साल पहले समाजवादियों ने आसन पर बैठकर हाउस चलाया था। उस समय कांग्रेस की सरकार थी, लेकिन किसी ने पुलिस को नहीं बुलाया था। कर्पूरी ठाकुर भी विधेयक लाए थे। विपक्ष के विरोध के बाद उन्होंने सेलेक्ट कमेटी में भेजा गया था।
कर्पूरी ठाकुर ने तीन दिन तीन रात सदन में दिया था धरना
1986 में नीतीश भी हाउस के सदस्य थे। कर्पूरी नेता प्रतिपक्ष थे। एचइसी को लेकर तीन दिन तीन रात तक विधानसभा में ही धरना दिया और सोये। नीतीश खुद भी सदस्य थे। कर्पूरी ठाकुर तीन दिन सदन के अंदर ही सोये। तब कांग्रेस की सरकार थी, लेकिन पुलिस को नहीं बुलाया गया।
पहले की लोकतंत्र की हत्या, अब कर रहे मर्यादा की बातें
तेजस्वी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार असत्य बोल रहे हैं। उन्होंने लोकतंत्र की हत्या की है। आज वे मर्यादा की बात कर रहे हैं। उन्हीं के मंत्री इसी विधानसभा के बजट सत्र में अंगुली दिखाकर बहस करते दिखे। तब तो उन्होंने मर्यादा की बात नहीं की। केवल आसन की तौहीन को देखते रहे।
किसानों के भारत बंद को आरजेडी ने दिया समर्थन
आरजेडी ने 26 मार्च के किसानों के भारत बंद को अपना समर्थन दिया है। कांग्रेस ने भी किसानों को समर्थन दिया हे। किसानों के समर्थन में गुरुवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, प्रभारी सचिव वीरेंद्र सिंह राठौर, विधानमंडल दल के नेता अजीत शर्मा व अन्य कांग्रेसी धरना पर बैठे।