बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की इंटरमीडिएट परीक्षा का रिजल्ट आज अपराह्न तीन बजे बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी जारी करने जा रहे हैं। इसके पहले गुरुवार को भी तब रिजल्ट जारी किए जाने की खबर तब फैल गई थी, जब बोर्ड की वेबसाइट पर इंटरमीडिएट परीक्षा के रिजल्ट का लिंक फ्लैश करने लगा था। हालांकि, बोर्ड ने बाद में उसे हटा दिया। फिर, शुक्रवार को रिजल्ट जारी करने की आधिकारिक घोषणा कर दी। रिजल्ट का परीक्षा देने वाले 13.5 लाख परीक्षार्थी इंतजार कर रहे हैं। इनमें 7.03 लाख छात्र और 6.46 लाख छात्राएं हैं।
कहां और कैसे देखें इंटरमीडिएट का रिजल्ट, जानिए
शिक्षा मंत्री द्वारा रिजल्ट जारी किए जाने के बाद आप इसे बोर्ड की वेबसाइट onlinebseb.in , biharboardonline.bihar.gov.in और biharboardonline.com पर देख कर सकते हैं। वेबसाइट पर रिजल्ट देखने की प्रक्रिया कुछ इस तरह है…
- बिहार बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट biharboardonline.bihar.gov.in पर जाएं।
- मेन पेज पर ‘रिजल्ट’ का टैब दिखेगा। उसे क्लिक करें।
- अब उस लिंक पर क्लिक करें, जहां Bihar Board Inter/12th Result 2021 लिखा मिले।
- उस विशेष स्ट्रीम पर क्लिक करें, जिसके लिए रिजल्ट देखना है।
- डिस्प्ले स्क्रीन पर दिखने वाले नए पेज पर मांगी गई जानकारी दर्ज कर लॉग-इन करें।
- आपका रिजल्ट स्क्रीन पर दिखाई देगा। उसे उनलोड कर सेव कर लें। प्रिंटआउट भी निकाल लें।
क्या है पास-फेल और ग्रेस का फंडा, यह भी जानिए
बिहार बोर्ड की परीक्षा में सफल होने के लिए परीक्षार्थियों को हर पेपर में कम से कम 33 फीसद अंक आने चाहिए। कोई परीक्षार्थी अगर एक या दो विषय में कुछ नंबरों से फेल हो जाता है, तो बोर्ड उसे ग्रेस मार्क्स देकर पास कर सकता है। बीते साल इंटरमीडिएट में 1,32,486 परीक्षार्थी एक या दो विषयों में फेल हो गए थे, जिनमें से 72,610 पास कर दिए गए थे। लेकिन क्या होगा, अगर कोई परीक्षार्थी कंपल्सरी विषय में फेल हो जाए? ऐसी स्थिति में बोर्ड परीक्षार्थी के चुने गए अतिरिक्त विषय के अंक को लेकर उसे पास कर देगा।
देश में सबसे पहले 12वीं का रिजल्ट दे रहा बिहार बोर्ड
बिहार बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षाएं 13 फरवरी 2021 को समाप्त हुई थीं। कॉपियों का मूल्याकंन पूरा करने के लिए पहले 15 मार्च की तिथि निर्धारित थी, जिसे बढ़ाकर 19 मार्च 2021 कर दिया गया था। बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर के निर्देशन में परीक्षा समाप्त होने के साथ ही रिजल्ट की तैयारियां आरंभ कर दी गईं थीं। बोर्ड ने रिजल्ट के पहले टॉपर्स का वेरिफिकेशन कर उनकी मेधा की दोबारा जांच भी की। योजनाबद्ध तैयारी के साथ काम करने का परिणाम यह है कि कोरोनावायरस संक्रमण के काल में बिहार बोर्ड देश में सबसे पहले 12वीं का रिजल्ट देने जा रहा है। सीबीएसई और आइसीएसई समेत अधिकांश राज्यों के परीक्षा बोर्ड तो अभी परीक्षा तक नहीं ले सके हैं।
पिछले साल के टॉपर्स व पास फीसद पर डालते हैं नजर
पिछले साल के रिजल्ट की बात करें तो 80.44 फीसद परीक्षार्थी सफल रहे थे। इस साल पिछले वर्ष की अपेक्षा सफलता का फीसद बढ़ने की उम्मीद है। टॉपर्स की बात करें तो पिछले साल विज्ञान संकाय में 95.2 फीसद अंकों के साथ नेहा कुमारी टॉपर बनीं थीं। कॉमर्स संकाय में कौसर फातमा व सुधांशु नारायण चौधरी 95.2 फीसद अंकों के साथ टॉपर बने थे। कला संकाय के टॉपर रहीं शक्ति कुमारी को 94.8 फीसद अंक मिले थे।