मुख्यमंत्री ने जनपद बहराइच में वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण किया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद बहराइच में वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण किया।
उन्होंने स्व0 ठाकुर हुकुम सिंह किसान स्नातकोत्तर महाविद्यालय के परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में 69.70 करोड़ रुपये की 55 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 264.12 करोड़ रुपये लागत की 61 परियोजनाओं का शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री जी ने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को स्वीकृति-पत्र, आवास की चाभी, टूलकिट तथा चेक इत्यादि का वितरण भी किया। इस अवसर पर उन्होंने स्व0 राजा रूदेन्द्र विक्रम सिंह की प्रतिमा का अनावरण तथा स्व0 सुखदराज सिंह छात्रावास का शिलान्यास भी किया।
मुख्यमंत्री जी ने जनपदवासियों को होली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह उनके लिए सौभाग्य का विषय है कि डेढ़ माह के अन्तराल में उन्हें 02 बार वीर शिरोमणि महाराजा सुहेलदेव जी की धरती पर आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
उन्होंने कहा कि विगत 16 फरवरी, 2021 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा महाराजा सुहेलदेव स्मारक एवं चित्तौरा झील की विकास योजना का शिलान्यास तथा महाराजा सुहेलदेव स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय का लोकार्पण किया गया था। इससे पूर्व, प्रदेश सरकार द्वारा बहराइच जिला चिकित्सालय का नाम बदलकर महर्षि बालार्क चिकित्सालय तथा मेडिकल काॅलेज का नामकरण महाराजा सुहेलदेव के नाम पर किया गया था।
उन्होंने कहा कि शौर्य और पराक्रम की धरती बहराइच में वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की प्रतिमा के अनावरण का अवसर प्राप्त होना गर्व की बात है। उन्होंने ऐसे कार्यक्रम के आयोजन के लिए बधाई दी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद बहराइच में मेडिकल काॅलेज की स्थापना से जिले के साथ-साथ आस-पास के दूसरे जनपदों के लोगों को भी चिकित्सा की बेहतर सुविधाएं मिलेगी। उन्होंने कहा कि देवीपाटन मण्डल में गोण्डा, बहराइच, बलरामपुर व श्रावस्ती जनपद शामिल हैं।
जनपद गोण्डा व बलरामपुर में भी मेडिकल काॅलेज की स्थापना हेतु कार्यवाही की जा रही है। तराई के जनपदों में मेडिकल काॅलेज की स्थापना से जहां एक ओर स्थानीय लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त होंगी, वहीं संचारी रोगों पर भी प्रभावी नियंत्रण होगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में विगत 04 वर्षों में तेज़ी के साथ विकास हुआ है। मूलभूत सुविधाओं का विकास हुआ है और योजनाओं का लाभ सीधे जनता को मिल रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना, मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेलों व अन्य स्वास्थ्य योजनाओं के माध्यम से प्रदेशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं। जिलाधिकारियों की संस्तुति पर प्रदेश में निराश्रित व असहाय लोगों को 900 करोड़ रुपये की स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करायी गयी हैं।
प्रदेश में महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन के लिए मिशन शक्ति अभियान संचालित किया जा रहा है, जिससे महिलाओं एवं बालिकाओं में जागरूकता आयी है। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए महिला स्वयं सहायता समूहों का गठन बेहतर विकल्प है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के 08 आकांक्षात्मक जनपदों में शामिल बहराइच में जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के बेहतर समन्वय से सभी सूचकांकों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। इसके लिए यहां के जनप्रतिनिधि व जिले के अधिकारी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि जिस तेज़ी के साथ जिले का समग्र विकास हुआ है, उससे आशा है कि बहराइच प्रदेश के दूसरे सामान्य जनपदों की श्रेणी में आ जायेगा।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जी ने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र वितरित किए। उन्होंने प्रधानमंत्री जन आरोग्य आयुष्मान भारत योजना के तहत श्रीमती रीता देवी तथा श्री शक्ति को गोल्डेन कार्ड, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत श्रीमती इसरावती एवं श्री नान्हू को आवास की चाभी,
प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत श्रीमती सुशीला देवी को आवास की चाभी, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत भीमराव अम्बेडकर स्वयं सहायता समूह की सुश्री संजू देवी को सामुदायिक शौचालय के संचाचन का प्रमाण-पत्र व
माँ सरस्वती स्वयं सहायता समूह की सुश्री कामिनी देवी को सी0सी0एल0 का स्वीकृति-पत्र प्रदान किया। मुख्यमंत्री जी ने ओ0डी0ओ0पी0/टूल किट्स प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत कु0 सरिता व श्री अमरनाथ को स्वीकृति पत्र वितरित किया।
कार्यक्रम को प्रदेश के सहकारिता मंत्री श्री मुकुट बिहारी वर्मा ने सम्बोधित करते हुए प्रदेश सरकार की 04 वर्ष की उपलब्धियों पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री जी को महाराणा प्रताप की प्रतिमा व एक जनपद-एक उत्पाद योजना के तहत गेहूं की डण्ठल से तैयार की गयी महाराणा प्रताप की कलाकृति भेंट की गयी।
इस अवसर पर जल शक्ति मंत्री डाॅ0 महेन्द्र सिंह, पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्री श्री अनिल राजभर सहित जनप्रतिनिधिगण तथा जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।