बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रामेश्वर सिंह ने संजय गांधी डेयरी इंजीनियरिंग कॉलेज के डीन डॉ. बलबीर सिंह बेनीवाल को बर्खास्त कर दिया है। उन पर महिला शिक्षिका को रात में फोन करने और अन्य शिक्षकों को परेशान करने का आरोप लगा था। दो वर्ष पहले उनकी नियुक्ति कॉलेज में हुई थी। बताया जा रहा कि नियुक्ति के समय से ही उन पर सवाल उठने लगे थे। उनकी योग्यता पर कई शिक्षकों ने सवाल उठाया था, लेकिन तब विवि प्रशासन ने मामले को दबाए रखा। महिला शिक्षिका के आरोपों और बिहार विधानसभा में मामला उठाए जाने के बाद भी आरोपित डीन कॉलेज में आते रहे। इसके बाद कॉलेज के अन्य शिक्षकों ने हंगामा किया तो डीन को कॉलेज से मना करते हुए जांच शुरू की गई।
विवि की आंतरिक कमेटी ने की डीन के खिलाफ शिकायत की जांच
बिहार विधान परिषद में यह मामला उठा तो विश्वविद्यालय प्रशासन हरकत में आया और मामले की जांच कराई गई। इसके बाद डॉ. बेनीवाल को बर्खास्त कर दिया गया। डॉ. बेनीवाल के मामले की जांच के लिए विवि ने आंतरिक कमेटी बनाई थी, जिसने महिलाओं से जुड़े मामले की जांच की। जांच रिपोर्ट आने के बाद विवि प्रशासन ने बर्खास्तगी का आदेश जारी कर दिया।
विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली को लेकर शिक्षकों ने किया था प्रदर्शन
इसके पहले डॉ. बेनीवाल पर हरियाणा में भी छात्राओं ने छेड़खानी करने का आरोप लगाया था और उन्हें निलंबित किया गया था। विवि की कार्यप्रणाली को लेकर एक सप्ताह पहले शिक्षकों ने प्रदर्शन भी किया था। शिक्षकों का कहना है कि विवि प्रशासन शिक्षकों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहा है। कई अधिकारी भ्रष्टाचार में डूबे हैं।
कुलपति पर 12 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप
राजद के विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह ने इस विश्वविद्यालय के कुलपति पर भी 12 करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया है। यह मामला भी सदन में उठाया जा चुका है। पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी ने इस मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया था। इस मामले की जांच भी राजभवन कर रहा है।