उत्तराखंड में कोरोना की रफ्तार कम होती नहीं दिख रही है। पहाड़ से लेकर मैदान तक, अब हर दिन नए मामले सामने आ रहे हैं। शुक्रवार को प्रदेशभर में 364 और लोग संक्रमित मिले हैं। चिंता इस बात की है कि अब संक्रमण दर भी लगातार उछाल मार रही है। फरवरी मध्य में संक्रमण दर आधा फीसद से नीचे पहुंच गई थी, जो बीते 24 घंटों के दौरान 3.77 फीसद रही है। यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि राज्य में आ रहे नए मामलों में 70 फीसद से अधिक देहरादून व हरिद्वार से हैं। इधर, कोरोना से दो मरीजों की मौत भी हुई है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार सरकारी व निजी लैब से 9655 सैंपल की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई, इनमें 9291 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इधर, विभिन्न जिलों से 194 मरीज ठीक भी हुए हैं। अब तक प्रदेश में एक लाख, 12 हजार, 75 लोग संक्रमित हुए हैं। जिनमें 95649 (94.44 फीसद) स्वस्थ्य हो चुके हैं। वर्तमान में राज्य में 2404 सक्रिय मामले हैं। वहीं कोरोना संक्रमित 1721 मरीजों की मौत भी अब तक हो चुकी है। इसके अलावा 1501 मरीज राज्य से बाहर चले गए हैं।
47714 व्यक्तियों को लगा टीका
जहां एक तरफ कोरोना की रफ्तार बढ़ रही है, वहीं संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान में भी तेजी दिख रही है। यह पूरा अभियान अब स्वत:स्फूर्त दिख रहा है। टीकाकरण केंद्रों पर भीड़ उमड़ रही है। दो अप्रैल को प्रदेश में 433 केंद्रों पर 47 हजार, 714 व्यक्तियों को टीका लगाया गया।
कुंभनगरी में जांच बढ़ाना चुनौती
कुंभनगरी हरिद्वार में कोरोना जांच बढ़ाना सरकार के सामने बड़ी चुनौती है। उच्च न्यायालय के आदेश के बाद कुंभ क्षेत्र में एक दिन 50 हजार सैंपल जांच करने की मुश्किल खड़ी हो गई है। पिछले तीन माह में हरिद्वार में 341304 जांचें की गई। इनमें जनवरी में 69332, फरवरी में 109284 व मार्च में 162688 सैंपल की जांच की गई। इस हिसाब से तीन माह का औसत 3792 जांच प्रतिदिन का है। मार्च में 5248 जांच प्रतिदिन की गई हैं। सभी तेरह जनपदों को मिलाकर पिछले तीन माह में हर दिन औसतन 10695 जांच की गई हैं। जबकि कुंभ क्षेत्र में ही प्रतिदिन 50 हजार जांच के आदेश हैं।