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नवादा, आरंभिक प्रशासनिक इन्कार के बाद जहरीली शराब (Poisonous Liquor) से मौत की पुष्टि होने पर अब कार्रवाई का सिलसिला शुरू हो गया है। पहले चौकीदार अौर अब थानेदार को निलंबित किया गया है। वहीं उत्पाद विभाग के एक दारोगा पर भी गाज गिर गई है। एसपी डीएस सांवलाराम की अनुशंसा पर नगर थानाध्यक्ष टीएन तिवारी को मगध क्षेत्र के आइजी ने निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही नगर थाने में पदस्थापित एसआइ उमाशंकर को प्रभार लेने का आदेश जारी किया गया है। वहीं उत्पाद विभाग के अवर निरीक्षक नागेंद्र प्रसाद को निलंबित कर दिया गया है। विभागीय कार्रवाई का आदेश भी दिया गया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय दरभंगा किया गया है।
डीएम-एसपी करते रहे इन्कार
मालूम हो कि आरंभ में डीएम और एसपी शराब से मौत की बात को सिरे से खारिज करते रहे। जब 16 की मौत हुई तो प्रशासनिक स्तर पर 10 की मौत की बात कही जाती रही। हालांकि जब राज्य मुख्यालय से उच्चस्तरीय टीम ने जाकर जांच की तो शराब से मौत की बात कही गई। इसके बाद चौकीदार को निलंबित कर दिया गया। एक दिन बाद थानेदार पर भी गाज गिर ही गई।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर पहुंची उच्चस्तरीय टीम
मालूम हो कि बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban) के बावजूद न तो शराब तस्करी (Liquor Smuggling) रुक रही है, न हीं शराब का निर्माण। ऐसे में जहरीली शराब से मौत की घटना ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने मामला संज्ञान में आने पर उच्चस्तरीय जांच टीम (High Level Inquiry Team) को भेजा। उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी के नेतृत्व में टीम पहुंची। कहा कि खुफिया सूचना, समीक्षा, छापेमारी और सर्च अभियान के आधार पर इस बात की पुष्टि हो रही है। हालांकि, इसकी अंतिम पुष्टि बिसरा और केमिस्ट जांच रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगी। इधर जिला प्रशासन ने भी जहरीली शराब से मौतों की पुष्टि कर दी है।
तीन दिनों में हो गई 16 की मौत
मालूम हो कि होली के बाद 31 मार्च से लेकर दो अप्रैल तक नवादा में 16 लोगों की मौतें हुईं थीं। परिवार वालों का दावा था कि इन लोगों ने शराब पी थी। लेकिन जिला प्रशासन इससे इन्कार करता रहा। लेकिन जब मौत का आंकड़ा बढ़ा तो सत्ता ने संज्ञान लिया। अंतत: उच्चस्तरीय जांच में सच खुलकर सामने आया। इसके बाद उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी के नेतृत्व में आइजी मद्य निषेध अमृत राज, संयुक्त आयुक्त उत्पाद कृष्णा पासवान, एसपी मद्य निषेध पटना संजय कुमार शुक्रवार की शाम नवादा पहुंचे। उन्होंने दो दिनों तक मामले की गहन छानबीन की।