उत्तर प्रदेश

लखनऊ में कोरोना हुआ बेकाबू : 1300 के पार पहुचे नए मामले 9000 के करीब पहुची सक्रिय केसों की संख्या

राजधानी लखनऊ में कोरोना संक्रमण के बेकाबू होने से हालात भयावह हो गए हैं। बुधवार को 1333 नए मामले मिले। एक दिन में इतने केस मिलने का यह नया रिकॉर्ड है। इससे पहले 18 सितंबर 2020 को 1244 मामले मिले थे। साथ ही 24 घंटे में छह लोगों की मौत हो गई। वहीं, सक्रिय केसों की संख्या बढ़कर 8852 पहुंच गई है। इस दौरान 469 लोगों को अस्पताल से डिस्चार्ज भी किया गया।

लखनऊ ने संक्रमण के मामले में नया कीर्तिमान तो बनाया ही है इसके साथ ही मौतों का ग्राफ भी लगातार बढ़ा जा रहा है। लखनऊ में अब तक संक्रमण से कुल 1244 मौतें हो चुकी हैं। पूरे प्रदेश में सिर्फ लखनऊ ही है जहां मौतों का आंकड़ा चार अंकों में पहुंचा है। हालांकि, अभी लापरवाही जारी है। सार्वजनिक स्थानों पर कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए नहीं देखे जा रहे हैं।

पहली बार सात जुलाई को 100 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए थे। 60 दिन बाद पांच सितंबर को आंकड़ा एक हजार के पार पहुंचा था। वहीं, इस बार सौ से एक हजार तक पहुंचने में महज 14 दिन लगे। 20 मार्च को संक्रमण का आंकड़ा सौ के पार पहुंचा था। इसके बाद तीन अप्रैल को आंकड़ा एक हजार के पार पहुंच गया। तब से रोजाना एक हजार से ज्यादा नए मामले मिल रहे हैं।

सिविल कोर्ट परिसर में दो कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद प्रभारी जिला जज ने सिविल कोर्ट एवं पुराना हाईकोर्ट परिसर को दो दिनों के लिए बंद किए जाने का आदेश दिया है। 8 और 9 अप्रैल को अदालतें बंद रहेंगी। इस दौरान प्रत्येक आठ घंटे पर परिसर को सैनिटाइज किया जाएगा।

8 अप्रैल को नियत जमानत अर्जियों की सुनवाई 13 और 9 को नियत जमानत अर्जियों की सुनवाई 14 को होगी। वही, 8 व 9 अप्रैल को लगे फौजदारी वादों की सुनवाई क्रमश: 19 व 20 अप्रैल को होगी। 8 व नौ अप्रैल को नियत सिविल वादों की सुनवाई क्रमश: 22 व 23 अप्रैल को होगी।

मेडिकल टीम ने बुधवार को लखनऊ जंक्शन स्टेशन पर मुंबई से आने वाली पुष्पक ट्रेन के 100 यात्रियों का एंटीजन टेस्ट किया। इसमें पांच पॉजिटिव मिले। मेडिकल टीम ने इन यात्रियों का ब्यौरा दर्ज कर स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी है। वहीं, संक्रमितों को होम क्वारंटीन में रहने के लिए कहकर भेज दिया गया। उधर, लखनऊ जंक्शन के निदेशक और आरपीएफ के एक इंस्पेक्टर भी कोरोना की चपेट में आ गए हैं।

केजीएमयू में कुलपति और डॉक्टरों के संक्रमित होने के बाद मास संक्रमण की आशंका को कम करने के लिए अब स्क्रीनिंग की शुरुआत की गई है। मंगलवार को कुलपति और डॉक्टरों के संक्रमित होने के बाद बुधवार को कुलपति कार्यालय के आठ कर्मचारी भी पॉजिटिव हो गए। इसके बाद केजीएमयू प्रशासन ने स्क्रीनिंग की शुरुआत की है। विवि के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि विभिन्न विभागों में स्क्रीनिंग प्रक्रिया में लगभग 30 से 40 रेजिडेंट में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसे नियंत्रित करने के लिए स्क्रीनिंग शुरू की गई है।

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