देहरादून, उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर बेकाबू होती जा रही है। प्रदेश में सोमवार को 1334 व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जबकि सात मरीजों की मौत हुई है। इनमें तीन मरीज एम्स ऋषिकेश और तीन श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में भर्ती थे। इनके अलावा मैक्स अस्पताल में भर्ती एक मरीज की भी मौत हुई है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, सरकारी व निजी लैब से 36 हजार, 432 सैंपल की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई है। इनमें 35098 मामलों में रिपोर्ट निगेटिव आई है। देहरादून में फिर सबसे अधिक 554 लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं। हरिद्वार में भी 408 व्यक्तियों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। नैनीताल में 114, ऊधमसिंह नगर में 89, पौड़ी में 70, टिहरी में 56, रुद्रप्रयाग में नौ, अल्मोड़ा, चमोली, चंपावत व उत्तरकाशी में सात-सात और बागेश्वर व पिथौरागढ़ में तीन-तीन लोग संक्रमित मिले हैं। इधर, विभिन्न जिलों में 605 मरीज ठीक भी हुए हैं।
प्रदेश में अब तक कोरोना के एक लाख, 10 हजार, 146 मामले आए हैं। इनमें 98492 लोग स्वस्थ्य हो चुके हैं। वर्तमान में कोरोना के 7846 सक्रिय मामले हैं। वहीं कोरोना संक्रमित 1767 मरीजों की मौत भी हो चुकी है।
वेल्हम स्कूल में भी बना कंटेनमेंट जोन
कोरोना संक्रमण के प्रसार के साथ कंटेनमेंट जोन बनने का क्रम भी जारी है। सोमवार को दून में वेल्हम गर्ल्स स्कूल समेत दो नए कंटेनमेंट जोन बनाए गए। अब जिले में कंटेनमेंट जोन की कुल संख्या 29 हो गई है, जबकि तीन जोन समाप्त भी किए जा चुके हैं। जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव के आदेश के मुताबिक, वेल्हम स्कूल के उस हिस्से को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है, जहां कोरोना के मामले सामने आए थे और इस समय भी संबंधित स्थल को आइसोलेशन जोन बनाया गया है।
इसके अलावा 446ए खुड़बुड़ा मोहल्ला में भी कंटेनमेंट जोन बनाया गया। कंटेनमेंट जाने व इससे सटे स्थल में सर्विलांस तेज करने को कहा गया है। यहां का कोई भी व्यक्ति बाहरी क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर पाएगा और जरूरत की वस्तुओं की आपूर्ति जिला पूर्ति कार्यालय सुनिश्चित कराएगा। जिलाधिकारी ने निर्देश जारी किए कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए नियमों का कड़ाई से पालन कराया जाए। नाइट कर्फ्यू के दौरान चेकिंग तेज की जाए, जो भी व्यक्ति नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं, उन पर त्वरित कार्रवाई की जाए।