बिहटाः प्रखंड मुख्यालय स्थित रेफरल अस्पताल से मंगलवार को रेफर दो नवजात बच्ची की मौत के बाद स्वाजनों का गुस्सा फूट पड़ा। अस्पताल परिसर में बच्ची के शव के साथ एएनएम के खिलाफ हंगामा शुरू कर दिया। आक्रोशितों का कहना था कि एएनएम की लापरवाही के कारण दोनों नवजात बच्चियों की मौत हुई है। सूचना मिलने पर पहुंचे चिकित्सा प्रभारी डॉ. कृष्ण कुमार ने आक्रोशितों को समझाकर जांच के बाद कार्रवाई के आदेश दिए। पीड़ित प्रखंड के श्रीचंदपुर निवासी अमलेश कुमार की पत्नी सोनाली कुमारी एवं अमित वर्मा की पत्नी चंदा देवी की दोनों बच्ची थीं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सोनाली कुमारी को आशा कर्मी जयंती देवी ने सुबह करीब तीन बजे अस्पताल की एंबुलेंस से अस्पताल में भर्ती कराया था। एक घंटे के बाद स्थिति में गड़बड़ी होने के बाद उन्हें रेफर कर दिया गया, लेकिन निजी अस्पताल में डिलेवरी होने के बाद चिकित्सक ने नवजात को मृत घोषित कर दिया। वहीं अमित वर्मा की पत्नी चंदा देवी की अस्पताल में डिलेवरी होने के दो घंटे बाद बच्ची की तबीयत खराब हो गई। बच्ची को रेफर करने के बाद निजी अस्पताल में उसकी भी मौत हो गई।
लगाया आरोप, जानबूझकर किया भर्ती
नवजात की मौत पर हंगामा कर रहे लोग कह रहे थे कि एएनएम सिंधु देवी और मंजू देवी ने महिलाओं को जानबूझकर भर्ती कर लिया था। उन्होंने लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी वजह से दोनों बच्चियों की मौत हुई है। उनका यह भी आरोप है कि सही समय पर एनएम या अस्पताल के डॉक्टर रेफर कर देते तो आज बेटी जिंदा होती। इस संबंध में प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. कृष्ण कुमार ने बताया कि दो नवजात बच्ची की मौत हुई है। मृतक के स्वजनों की तरफ से लिखित शिकायत मिली है। चिकित्सा पदाधिकारी ने कहा कि बच्चियों की मौत निजी अस्पताल में हुई है। शिकायत पर जांच की जा रही है, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।