पटना/पुनपुन, बिहार की राजधानी पटना के नजदीक के एक गांव में आग से झुलस कर एक ही दंपती के चार मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई है। यह हृदय विदारक घटना पुनपुन थाना क्षेत्र के अलुधिनचक गांव में हुई है। पीड़ित परिवार काफी गरीब है। बुधवार की सुबह बच्चों के माता-पिता गेहूं की कटाई के लिए घर से बाहर गए हुए थे। इस बीच गरीब परिवार की झोपड़ी में आग लग गई और वहां मौजूद सभी चार बच्चे बुरी तरह झुलस गए। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पा लिया है। पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर छानबीन में जुटी है। फुलवारीशरीफ के भाकपा माले विधायक गोपाल रविदास भी मौके पर पहुंच गए हैं। लोगों का कहना है कि शवों का पोस्टमॉर्टम उसी जगह पर किया जाए। पुलिस शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए नहीं ले जा पा रही है।
पुनपुन के अलुधिनचक गांव में हुई भीषण दुर्घटना
पीड़ित छोटू पासवान अपने पूरे परिवार के साथ पुनपुन थाना के अंतर्गत अलुधिनचक गांव के पास रेलवे किनारे झोपड़ी बना कर रहते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि उनके घर में गैस लीकेज के कारण आग लग गई। जब तक किसी को इसकी खबर होती आग काफी विकराल हो चुकी थी। लोग बच्चों को बचाने के लिए दौड़कर मौके पर पहुंचे तो देखा कि झोपड़ी का दरवाजा अंदर से बंद है। इसके कारण बचाने का प्रयास सफल नहीं हो सका। इस घटना में चार मासूमों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। मृतकों में बबली कुमारी (12 वर्ष), राखी (6 वर्ष), आरती (5 वर्ष) और अंकित (4 साल) का है।
गैस सिलेंडर में लीकेज से आग लगने की चर्चा
इन बच्चों के माता-पिता मजदूरी करते हैं। फिलहाल दोनों खेतों में गेहूं काटने के काम में लगे हुए थे। बुधवार को भी बच्चों को उन्होंने हमेशा की तरह घर में ही छोड़ दिया था। ग्रामीणों ने झोपड़ी में आग लगी देखकर शोर मचाया और प्रशासन को इसकी खबर दी। पीड़ित परिवार का घर सुनसान जगह है और वहां आसपास कोई और घर नहीं है। इसके चलते लोग आग बुझाने को लेकर कोई खास कोशिश खुद नहीं कर सके। जब तक फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंचा, सब कुछ खत्म हो चुका था। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर सीओ इंद्राणी कुमारी, थाना अध्यक्ष कुंदन सिंह, बीडीओ शैलेश कुमार पहुंच चुके हैं।
पुलिस कर रही मामले की जांच
स्थानीय आग लगने के कारणों की पड़ताल में जुट गई है। फिलहाल सभी चार मासूम के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने की कोशिश की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि पीड़ित परिवार को नियमों के मुताबिक, मुआवजे का भुगतान किया जाएगा। इस हादसे से अधिकारी भी सन्न हैं। आसपास के लोग और अधिकारी पीड़ित दंपती को सांत्वना देने में जुटे हैं। बच्चों के माता-पिता इस घटना के बाद बेसुध जैसे हो गए हैं।