श्रीलंका बोर्ड के सीईओ एश्ले डि सिल्वा ने कहा कोरोना उनके लिए एक बड़ी चिंता
टीम इंडिया को जुलाई में श्रीलंका का दौरा करना है, जहां उसे मेजबान के खिलाफ तीन वनडे और इतने ही टी20 मैचों की सीरीज खेलनी है. मगर भारत के इस दौरे पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं.
दरअसल इसका कारण श्रीलंका में बढ़ते कोरोना के मामले हैं, जिस वजह से श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड भी भारत के इस दौरे को लेकर चिंता में हैं. पिछले 7 दिनों में श्रीलंका में 16 हजार से अधिक मामले सामने आए हैं, वहीं 145 से अधिक मौतें हो चुकी हैं.
पूरा देश कोरोना वायरस की दूसरी लहर से जूझ रहा है और महामारी की इस दूसरी लहर ने एक बार फिर पहले से ही स्थगित तीन वनडे और 3 टी20 मैचों की सीरीज को संकट में डाल दिया है. यह दौरा पहले पिछले साल जून में होना था, मगर कोरोना के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था.
देश में बढ़ते कोरोना मामले पर श्रीलंका बोर्ड के सीईओ एश्ले डि सिल्वा ने कहा कि कोरोना वायरस उनके लिए एक बड़ी चिंता है. इनसाइडस्पोर्ट के अनुसार श्रीलंका क्रिकेट के एक सीनियर प्रतिनिधि ने कहा कि कोविड मामले में इजाफा एक बड़ी चिंता है
मगर हमने कोरोनाकाल के दौरान सफलता पूर्वक इंग्लैंड और बाकी की मेजबानी की थी. हमें विश्वास है कि हम भारत की भी मेजबानी करने में सक्षम होंगे. फिंगर क्रॉस है कि मामले न बढ़े.
श्रीलंका बोर्ड ने कोलंबो के आर प्रेमादासा स्टेडियम में सभी मैच आयोजित करने का फैसला लिया है. इस दौरे के लिए बीसीसीआई अपनी बी टीम भेजेगा, क्योंकि उस समय मुख्य टीम इंग्लैंड दौरे पर व्यस्त होगी. विराट कोहली, रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह जैसे टीम के स्टार खिलाड़ी श्रीलंका दौरे का हिस्सा नहीं होंगे.