दिल्ली में BJP का पूर्वांचल महाकुंभ, शाह का केजरीवाल पर निशाना
भाजपा की दिल्ली इकाई रविवार को शहर में रहने वाले पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों के लिए यहां रामलीला मैदान में रविवार को ‘पूर्वांचल महाकुंभ’ रैली का आयोजन किया गया. इसमें भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि केजरीवाल का एक ही मंत्र है, झूठ बोलना, ज़ोर से बोलना, सार्वजनिक बोलना और बार बार बोलना.
शाह ने कहा कि यूपी के पूर्वी हिस्से, बिहार और झारखण्ड के लिए कांग्रेस सरकार ने 13वें वित्त आयोग के अंतर्गत मात्र 4 लाख करोड़ रु दिए थे, लेकिन जबसे मोदी सरकार आई है तबसे हमने 14वें वित्त आयोग के अंतर्गत 13,80,000 करोड़ रुपये पूर्वांचलके विकास के लिए दिया है.
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कि अगर केजरीवाल ये पूर्वांचल का महाकुंभ देख लें तो उनको पता चल जाएगा कि जनता में उनकी सरकार के खिलाफ कितना गुस्सा है. शाह ने कहा कि राहुल बाबा सुन लें, केजरीवाल सुन लें, दिल्ली से 7 की 7 सीटें मोदीजी की झोली में जाने वाली हैं, इसमें कोई परिवर्तन नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि देश के अंदर जो विकास की गंगा बही है उसमें सबसे ज्यादा पसीना हमारे पूर्वांचल के भाइयों का बहा है.
दिल्ली से घुसपैठिए भगाएंगे
अमित शाह ने कहा कि दिल्ली में अवैध घुसपैठिए हैं उन्हें बाहर निकाल फेंकेंगे, क्योंकि वह देश को दीमक की तरह खा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम इसीलिए NRC लेकर आए लेकिन राहुल बाबा एंड कंपनी इस पर संसद में हल्ला मचाने लगी. सपा, बसपा, लेफ्ट, AAP जैसे दलों को इनके मानव अधिकारों की चिंता हैं लेकिन धमाकों में मारे जाने वाले निर्दोष लोगों की फिक्र नहीं है.
इस बीच बीजेपी के आरोपों पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर पलटवार किया है. केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी को दिल्ली में जो काम दिया गया था वो तक तो ठीक से कर नहीं पा रहे हैं
कार्यक्रम में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि दिल्ली को कांग्रेस के शासन में 15 साल तक ठगा गया है. आजतक कच्ची कॉलोनियां पक्की नहीं हो पाई हैं. साथ ही बीजेपी के खिलाफ दिल्ली में साजिश हो रही है जिसमें दिल्ली के मुखिया और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी शामिल हैं. तिवारी ने कहा कि दिल्ली में भूख से बेटियां मर रही हैं और दिल्ली सरकार बांग्लादेशी-रोहिंग्या का साथ दे रही है.
पार्टी पूर्वांचलियों के जरिए दिल्ली और लोकसभा चुनावों पर ध्यान लगा रही है. इस समुदाय के लोगों ने पिछले साल नगर निगम के चुनावों में पार्टी को समर्थन दिया था. दिल्ली में एक अनुमान के मुताबिक कुल मतदाताओं में 40 प्रतिशत पूर्वांचली मतदाता हैं