राहुल गांधी के अमेठी जाने पर कांवड़ियों ने किया स्वागत
राहुल गांधी के अमेठी में पहुंचने पर भगवा रंग में रंगे कांवड़िए उनके स्वागत को तैयार थे.उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के भगवाकरण का विरोध करने वाली कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने तय कार्यक्रम से इतर इन भगवाधारी कांवड़ियों से अपने स्वागत के लिए वक्त भी निकाला और शिवभक्तों के बीच खुद शिवभक्त भी बने. एक स्टेज पर रखी भगवान शिव की तस्वीर को देखकर राहुल गांधी ने अपने जूते उतारे, भगवान की पूजा की और पंडितों से माथे पर त्रिपुंड भी लगवाया तो गले में पट्टिका भी स्वीकार की.अपने संसदीय क्षेत्र अमेेठी के दो दिनी दौरे पर सोमवार को पहुंचे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के अंदाज कुछ बदले-बदले से नजर आए. उनके यहां आने से पहले ही ये साफ हो गया था कि ये दौरा कांग्रेस अध्यक्ष का नहीं बल्कि एक शिवभक्त सांसद का है. राहुल के आने से पहले ही पूरे अमेठी में राहुल के पोस्टर कैलास मानसरोवर पर्वत के बैकड्रॉप में लगे हुए थे. पोस्टरों में कांग्रेस का हाथ हट गया था और कैलास मानसरोवर पर्वत ने वो जगह ले ली थी.स्वागत कार्यक्रम में राहुल गांधी को शिव की प्रतिमा भेंट की गई, जिसे एक मुस्कुराहट के साथ कैलास मानसरोवर के यात्री रहे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने स्वीकार किया. हर हर मोदी के नारों को पिछले चुनाव में सुन चुके उत्तर प्रदेश के लोगों को अमेठी के कांवड़ियों ने एक नए नारे से रूबरू कराया. कांवड़ियों ने राहुल गांधी को अपने बीच पाकर नारा लगाया ‘पीएम मोदी का सिंहासन डोल, राहुल गांधी बम बोल.’
इसके बाद राहुल गांधी राजीव गांधी महिला विकास परियोजना की सदस्य महिलाओं के बीच गए. इस कार्यक्रम से मीडिया को दूर रखा गया था. राहुल गांधी ने सदस्य महिलाओं से सीधी बात की और उनके कामकाज को भी जाना. अपने पिछले दौरे पर जब राहुल गांधी आए थे तो उन्होंने लोगों से सीधी बात तो की ही थी लेकिन मीडिया से दूरी बनाकर रखी थी. लेकिन इस बार कांग्रेस अध्यक्ष का दौरा कुछ अलग और बदला हुआ था.
जायस में सूफी कवि मलिक मोहम्मद जायसी के स्मारक पर अपनी सांसद निधि से कराए गए विकास कार्यों का शिलान्यास करने पहुंचे राहुल गांधी के निशाने पर पीएम मोदी रहे. पिछले कुछ दिनों से पीएम पर हमलावर राहुल गांधी ने यहां भी अपना वो अंदाज नहीं बदला और राफेल डील में भ्रष्टाचार का मामला उठाने से पहले एक अलग अंदाज में वहां मौजूद लोगों से कहा कि वो एक चौकीदार की कहानी सुनाने जा रहा हूं. इसके बाद राहुल गांधी ने पीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘चौकीदार चौंक गया’.
इसके बाद राहुल गांधी ने कहा कि पीएम उनसे आंख नहीं मिला सकते हैं, पीएम मोदी पर राहुल गांधी ने देश के जवानों और शहीदों के अपमान का आरोप लगाया. राहुल गांधी ने एक बार फिर अरुण जेटली को विजय माल्या को भगाने का आरोपी बताया. अमेठी में स्वागत के दौरान राहुल गांधी के माथे पर लगा त्रिपुंड इस पूरी बातचीत के दौरान भी लगा रहा और लोगों से बात करते हुए राहुल ने अपने इस सियासी हमले को खत्म किया.
राहुल गांधी ने ग्राम प्रधानों से भी मुलाकात की. इस कार्यक्रम को एक बार फिर मीडिया के कैमरों से दूर रखा गया था. इस कार्यक्रम में राहुल गांधी ने ग्राम प्रधानों से अपने संसदीय क्षेत्र के गांव की हालत जानी और उनकी समस्यों को भी सुना. अक्सर एक सांसद के तौर पर अमेठी में दिखाई देने वाले राहुल गांधी इस बार कांग्रेस अध्यक्ष की भूमिका में एक विपक्षी नेता तो दिखे ही साथ ही एक बड़े शिवभक्त के तौर पर भी पार्टी ने उन्हें पेश करने की कोशिश की, राहुल गांधी ने भी इस भूमिका निभाया है