मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की एक होटल में अनौपचारिक बैठक को लेकर कांग्रेस ने साधा निशाना कहा। …
शिवराज कैबिनेट की अनौपचारिक बैठक सीहोर जिले के एक होटल में हो रही है. इसमें शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत सभी मंत्री होटल पहुंचे. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बैठक के बारे में कहा हमने तय किया था 6 महीने में एक बार मंत्रालय से बाहर बैठेंगे.
यहां कोरोना से निपटने की रणनीति पर विचार करेंगे. तीसरी लहर को रोकना है, कोरोना से जो काम रुक गए थे उन्हें गति देंगे. इससे पहले 5 जनवरी को भी शिवराज कैबिनेट की कोलार डैम पर मीटिंग हुई थी.
सीएम ने कहा कोरोना से राजस्व घटा है, धन की व्यवस्था कैसे की जाए इस पर विचार करेंगे. स्वास्थ्य, शिक्षा, व्यापार इन सब विषयों पर विचार करेंगे. आत्म निर्भर एमपी के रोडमैप पर मंथन फिर तेज करेंगे. कुछ मुक्त चिंतन भी करेंगे कि जनता के कल्याण के लिए और क्या बेहतर कर सकते हैं.
सीहोर में हो रही कैबिनेट की अनौपचारिक बैठक से पहले 5 जनवरी को भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने मंत्रियों के साथ मंत्रालय से बाहर मंथन किया था. तब यह बैठक कोलार डैम के पास गेस्ट हाउस में हुई थी.
उस बैठक में भी मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री का दिनभर मंथन चला था. हालांकि तब बैठक का प्रमुख एजेंडा आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश का रोड मैप रहा था. उस दौरान भी मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रियों को कई तरह की ताकीद भी की थी. उस बैठक के 6 महीने बाद एक बार फिर वह मंत्रियों के साथ बैठे हैं.
हालांकि शिवराज कैबिनेट की मंत्रालय से हो रही बैठक पर विपक्ष ने निशाना साधा है. कांग्रेस ने सवाल पूछा है कि जब सरकार को अपने मंत्रियों के साथ होटलों में जाकर ही मंथन करना है
तो फिर भोपाल में करीब 800 करोड़ रुपए की लागत से वल्लभ भवन बनाने की क्या जरूरत थी. कांग्रेस ने कहा यह जनता के हित के लिए मंथन नहीं बल्कि बीजेपी के अंदर चल रही खींचतान मैनेज करने के लिए बैठक हो रही है.