मध्य प्रदेश में वैक्सीन लगाने की इस रेस में आया सबसे आगे
देश में कोविड को रोकने के लिए तेजी से वैक्सीनेशन चल रहा है. केंद्र सरकार की नई नीति के बाद हर राज्य में तेजी से लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है. वैक्सीन लगाने की इस रेस में मध्य प्रदेश अव्वल नंबर पर रहा.
कोविड वैक्सीनेशन के तहत एमपी में आज 16 लाख से ज्यादा खुराक दी गईं. जो देश में किसी और राज्य के मुकाबले सबसे ज्यादा हैं. आपको बता दें कि सोमवार की रात 9 बजे तक एमपी में कोविड वैक्सीन की रिकॉर्ड 16.41 लाख डोज दी गईं. जो दिन के निर्धारित 10 लाख लक्ष्य के मुकाबले कहीं ज्यादा थी.
इस आंकड़े से पता चलता है कि केंद्र सरकार की नई नीति के पहले दिन ही दी जाने वाली 80 लाख टीकों की खुराक में से 20 फीसदी खुराक तो केवल एमपी में ही हैं.
आपको बता दें कि कोविड के टीकों के लिए मची जंग के बाद केंद्र सरकार ने नए दिशानिर्देशों के तहत देश के 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए निशुल्क टीके उपलब्ध कराने की बात कही थी. साथ ही राज्यों से टीकाकरण का नियंत्रण भी वापस ले लिया था.
इस आंकड़े के पाने के लिए राज्य सरकार ने भी टीकाकरण के लिए कई बेहतर कदम उठाए हैं. एमपी सरकार ने शुरुआती 10 लाख के लक्ष्य को पूरा करने के लिए राज्य के 52 जिलों में 7000 टीकाकरण केंद्र बनाए.
इस दौरान बुजुर्गों और विकलांगों का विशेष ध्यान रखा गया. इस तरह के लोगों को वैक्सीन बूथ तक जाने में कोई परेशानी ना हो. उसके लिए परिवहन की व्यवस्था की गई थी.
साथ ही हर वैक्सीन केंद्र की देख रेख के लिए एक व्यक्ति को रखा गया. इस काम के लिए सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राज्य मंत्रिपरिषद में मंत्री, निर्वाचित प्रतिनिधियों के साथ साथ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने टीकाकरण बूथों पर अहम भूमिका निभाई.
इतना ही नहीं वैक्सीनेशन के काम को सफल करने के लिए राज्य के रहने वाले नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी का भी अहम योगदान था. कैलाश सत्यार्थी ने सोशल मीडिया पर एक अपील जारी करके लोगों से इस सात दिवसीय टीकाकरण अभियान में हिस्सा लेने को कहा था.
खुद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दिन की शुरुआत दतिया जिले में मां पीतांबरा मंदिर के दर्शन के साथ की और फिर वहां टीकाकरण अभियान शुरू करने के लिए परासरी गांव पहुंचे.
यहां सीएम ने कहा कि कोविड के टीकाकरण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और राज्यों को मुफ्त टीके देने के उनके फैसले के बाद मध्य प्रदेश में टीकाकरण की गति तेज हो रही है.
साथ ही इस दौरान सीएम ने राज्य के लोगों से कहा कि. ”कोरोना अभी गया नहीं है, इसलिए सतर्क और सतर्क रहें. कोरोना संकट ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है. हमारी प्राथमिकता कोरोना पर जीत हासिल करना है.”
इतना ही नहीं सीएम शिवराज ने राज्य में 10 लाख डोज देने के लक्ष्य को पूरा करने और उससे आगे जाने के लिए लोगों की सराहना करते हुए एक ट्विटर पोस्ट में कहा कि यदि मध्य प्रदेश ठान ले तो वह कोई भी लक्ष्य हासिल कर सकता है.
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोविड टीकाकरण की इस गति को इसी तरह से जारी रखने के लिए, राज्य ने एक लाख कोरोना स्वयंसेवकों को पंजीकृत किया है जो कोविड के बारे में लोगों को जागरूक करने का काम करेंगे.
सीएम ने बताया कि राज्य में एक जुलाई को फिर से तीन दिवसीय टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा और लोगों को जागरुकता यात्रा निकालने के लिए प्रेरित किया जाएगा.
आपका एमपी के इस टीकाकरण को लेकर क्या कहना है. साथ ही दूसरे राज्यों को टीकाकरण के लिए आप क्या सलाह देना चाहते हैं. हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं.