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मध्‍य प्रदेश : जबलपुर में क्या नहीं आये कोई भी कोरोना के एक्टिव मामले जाने ?

मध्‍य प्रदेश के जबलपुर में करीब एक साल से ज्यादा दिनों के बाद कोरोना का पॉजिटिविटी रेट जीरो हो गया है. जी हां, मध्य प्रदेश को कोरोना के मैप में लाने वाले शहर जबलपुर में 459 दिनों के बाद एक भी कोरोना संक्रमित मरीज बीते 24 घंटे में नहीं पाया गया है. बता दें कि पिछले साल यानी 20 मार्च 2020 को प्रदेश का सबसे पहला कोरोना मरीज जबलपुर से सामने आया था.

बहरहाल, कोरोना के नये डेल्‍टा प्‍लस वेरियंट के खतरे के बीच जबलपुर से 23 जून बुधवार को राहत भरी खबर आई है. अप्रैल 2020 के बाद ऐसा पहली बार हो रहा है, जब एक भी केस नहीं आया है.

फरवरी में जिले में कोरोना के सबसे कम केस आए थे, तब भी ऐसा कोई दिन नहीं था, जब नया कोरोना के केस न आया हो. इसके पीछे सरकार और जबलपुर प्रशासन की कुशल रणनीति है.

बता दें कि मंगलवार को जांच के लिए कोरोना के 3670 सैम्पल भेजे गए थे. बुधवार को प्राप्त रिपोर्ट में एक भी संक्रमित नहीं मिला है. इससे पहले अप्रैल 2020 में ऐसा हुआ था जब कोरोना का कोई केस न आया था.

अब तक जिले में 50 हजार 549 संक्रमितों की संख्या पहुंच चुकी है. 23 जून को 14 लोग डिस्चार्ज हुए,तो कोरोना को हराने वालों की कुल संख्या 49 हजार 834 हो चुकी है. यही नहीं, जिले में पिछले 24 घंटे में एक संक्रमित की कोविड से मौत हुई

और मौतों का कुल आंकड़ा 655 पहुंच चुका है. अभी तक जून के 23 दिनों में 45 लोगों की मौत हो चुकी है. वैसे अभी तक के कोविड काल में सबसे अधिक 186 लोगों की मौत मई में हुई है. अप्रैल में 157 और जून में भी मौत का आंकड़ा अर्द्धशतक की ओर अग्रसर है. यही चिंता का विषय भी बना हुआ है.

फिलहाल मध्‍य प्रदेश के बड़े शहरों में शामिल जबलपुर में कुल 55 एक्टिव मरीज बचे हैं, जिसमें से 50 लोग जहां घर पर रहकर कोरोना का इलाज करा रह हैं, वहीं पांच लोग ही अस्पताल में इलाजरत हैं.

यही नहीं, जबलपुर जिले में रिकवरी रेट 98.56 प्रतिशत पर पहुंच चुका है. वैसे अभी तक जिले में 6 लाख 77 हजार 640 लोगों के सैम्पल हो चुके हैं. यही नहीं, कोरोना की दूसरी लहर के मंद पड़ जाने के बाद मध्‍य प्रदेश में अनलॉक की प्रक्रिया जारी है.

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