मुख्यमंत्री के समक्ष जेल मैनुअल के संशोधित ड्राफ्ट के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के समक्ष आज यहां उनके सरकारी आवास पर जेल मैनुअल के संशोधित ड्राफ्ट के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कारागारों में बंदियों के व्यवहार में व्यापक सुधार के प्रयास किए जाने चाहिए। बंदियों को रचनात्मक गतिविधियों से जोड़ते हुए उनके लिए कौशल विकास के कार्यक्रम संचालित किए जाएं ताकि जेल से छूटने के बाद वे सही सोच के साथ सामान्य जीवन जी सकें। उन्होंने जेल में निरुद्ध महिला बंदियों के बच्चों की बेहतर व्यवस्था एवं शिक्षा के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि शातिर अपराधियों के साथ कोई रियायत न बरती जाए। जेलों में बंद घोर अपराधियों की श्रेणी तय करते हुए इनके साथ कठोरता से पेश आया जाए। यह अपराधी आतंकवादी, माफिया और महिलाओं के विरुद्ध अपराध करने वाले व्यक्ति हो सकते हैं। उन्होंने जेल के अंदर बंदियों की सुरक्षा तथा प्रभावी जेल प्रशासन सुनिश्चित करने के लिए कहा। उन्होंने जेल के अंदर बंदियों की निगरानी सी0सी0 टी0वी0 कैमरों से करने के निर्देश भी दिए।
प्रस्तुतीकरण के दौरान मुख्यमंत्री जी को जेल मैनुअल के संशोधित ड्राफ्ट के सम्बन्ध में अवगत कराते हुए अपर मुख्य सचिव गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने जेल मैनुअल में संशोधन की आवश्यकता/औचित्य, संशोधनों के मुख्य आधार तथा प्रस्तावित संशोधनों के विषय में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने अवगत कराया कि इस ड्राफ्ट जेल मैनुअल में भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा जारी माॅडल प्रिजन मैनुअल के प्रावधानों का भी समावेश किया गया है। इस प्रस्तावित जेल मैनुअल में कारागारों की सुरक्षा व्यवस्था एवं उपद्रव नियंत्रण हेतु शस्त्र नीति के समावेश के विषय में भी मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया। अप्रासंगिक हो जाने के कारण समाप्त किए जाने वाले विषयों के सम्बन्ध में भी उन्हें जानकारी दी गई।
बैठक में प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद एवं डी0जी0 जेल प्रशासन एवं सुधार श्री आनन्द कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।