ओवैसी ने उत्तर प्रदेश में 100 सीटों पर चुनाव लड़ने का किया एलान
उत्तर प्रदेश में जैसे जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे वैसे रोज नए सियासी समीकरण बन-बिगड़ रहे हैं. प्रदेश में जहां बीजेपी एक बार फिर योगी आदित्यनाथ के चेहरे पर चुनाणी रणभूमि में जाने तो तैयार है
तो वहीं विपक्ष अभी तक गठबंधन की राजनीति में उलझता नजर आ रहा है. इस बीच चुनाव से पहले एक और बड़ी खबर आयी है. AIMIM के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश में 100 सीटों पर लड़ने का एलान कर दिया है. ओवैसी ने कहा है कि उनकी पार्टी का अभी तक सिर्फ ओम प्रकाश राजभर की पार्टी के साथ गठबंधन है.
ओवैसी ने ट्वीट किया उ.प्र. चुनाव को लेकर मैं कुछ बातें आपके सामने रख देना चाहता हूँ:- 1) हमने फैसला लिया है कि हम 100 सीटों पर अपना उम्मीदवार खड़ा करेंगे, पार्टी ने उम्मीदवारों को चुनने का प्रक्रिया शुरू कर दी है
और हमने उम्मीदवार आवेदन पत्र भी जारी कर दिया है. 2) हम ओम प्रकाश राजभर साहब ‘भागीदारी संकल्प मोर्चा’ के साथ हैं। 3) हमारी और किसी पार्टी से चुनाव या गठबंधन के सिलसिले में कोई बात नहीं हुई है
उ.प्र. चुनाव को लेकर मैं कुछ बातें आपके सामने रख देना चाहता हूँ:-
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) June 27, 2021
1) हमने फैसला लिया है कि हम 100 सीटों पर अपना उम्मीदवार खड़ा करेंगे, पार्टी ने उम्मीदवारों को चुनने का प्रक्रिया शुरू कर दी है और हमने उम्मीदवार आवेदन पत्र भी जारी कर दिया है।1/2
ओवैसी का यह एलान सपा, बसपा और कांग्रेस के लिए चुनौती बनकर सामने आया है. एक तरफ जहां समाजवादी पार्टी के लिए ओवैसी से MY फैक्टर में सेंध का खतरा है
तो वहीं दूसरी तरफ बसपा और कांग्रेस के मुस्लिम वोट बैंक खिसकने का डर है. हालांकि मायावती साफ कर चुकी हैं कि वे पंजाब में अकाली दल को छोड़कर किसी भी प्रदेश में किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेंगी.
इसके साथ ही अखिलेश यादव ने भी इस बार क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन का फैसला किया है. कांग्रेस ने अभी गठबंधन को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले हैं. लेकिन बिहार में ओवैसी की पार्टी के प्रदर्शन के बाद उत्तर प्रदेश में उनके चुनावी जंग के एलान ने कांग्रेस
सपा और बसपा के माथे पर सिलवटें जरूर पैदा कर दी होंगी. ओवैसी के इन सब दावों के बीच एक बात याद दिला दें कि उत्तर प्रदेश में 2017 में उनकी पार्टी ने चुनाव लड़ा था और कई सीटों पर जमानत जब्त हो गयी थी.