केरल सरकार ने कोरोना से जान गंवा चुके शवों को अब परिजन कर सकते है अंतिम संस्कार
देश के दक्षिणी राज्यों में कोरोना का प्रकोप अब भी स्थिर नहीं हुआ है. देश में जितने मामले आ रहे हैं, उनमें से अधिकांश मामले दक्षिणी राज्यों से ही आ रहे हैं.
हालांकि केरल सरकार ने कोरोना के कारण मरे व्यक्तियों की लाश को अंतिम संस्कार की रस्म पूरा करने के लिए उनके परिवार को सौंपने का फैसला किया है. अब तक महामारी प्रोटोकॉल के कारण कोरोना से मृत व्यक्तियों की लाश को उनके घर तक ले जाने की अनुमति नहीं थी.
देश के अन्य हिस्सों में कोरोना की दूसरी लहर थम चुकी है लेकिन केरल में अब भी कोरोना संक्रमण के हजारों मामले सामने आ रहे हैं. अब भी केरल में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से ऊपर है जबकि देश में इसकी दर 2.74 प्रतिशत से भी नीचे आ गई है. देश में 5.52 लाख एक्टिव केस है. इनमें से केरल में अकेले एक लाख एक्टिव केस हैं.
कोरोना पर समीक्षा बैठक के बाद केरल के मुख्यमंत्री पनाराई विजयन ने कहा, महामारी संकट के दौरान कोरोना से मृत व्यक्तियों को घर नहीं ले जाना बड़ा मुद्दा है. प्रोटोकॉल के कारण लोग कोरोना से मृत व्यक्तियों को देख नहीं सकते.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार चाहती है कि कोरोना से मरे व्यक्तियों को उचित सम्मान दिया जाए. इसके लिए उनके परिवारों को यह अनुमति होगी कि वे कोरोना से मरे व्यक्तियों को अपनी-अपनी मान्यताओं के अनुसार अपने घर पर ले जाकर उनके लिए अंतिम रस्म पूरा करें और उन्हें अंतिम विदाई दें.
मुख्यमंत्री ने कहा अब से राज्य में कोरोना से मृत व्यक्तियों की बॉडी को एक घंटे के लिए उनके घर ले जाने की अनुमति होगी. उन्होंने कहा कि राज्य में अब भी कोरोना संक्रमण चिंता का विषय है. हमने पॉजिटिविटी रेट को 29.75 प्रतिशत से 10 प्रतिशत पर ला दिया है लेकिन इसमें और सुधार की जरूरत है.