लखनऊ में आज से हो रहा इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लागू

यातायात नियम तोड़ेने वाले गुरुवार से बच नहीं पाएंगे। शहर के 132 प्रमुख चौराहों पर करीब 700 कैमरे इंस्टॉल किए गए हैं। इनकी मदद से नियम का उल्लंघन करने वालों का ऑटोमैटिक चालान कट जाएगा।
नियम तोड़ने के कुछ ही देर के भीतर गाड़ी मालिक के मोबाइल फोन पर चालान पहुंच जाएगा। चालान का भुगतान ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों की तरीकों से किया जा सकेगा। राजधानी में यह व्यवस्था स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत विकसित की गई है, जिसकी मॉनिटरिंग इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के जरिए की जाएगी।
लखनऊ में गुरुवार से इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लागू हो रहा है। इससे अब रेड लाइट जंप करने, हेलेमेट न पहनने, सीट बेल्ट न लगाने आदि पर सिग्नल पर लगे कैमरों की मदद से अपने आप चालान कट जाएगा। यह ई-चालान गाड़ी मालिक के मोबाइल फोन पर एसएमएस के जरिए पहुंचेगा।
सूत्रों के मुताबिक बंगला पुल से कैंट रोड, आईआईएम से दुबग्गा जाने वाली सड़क, लोहिया पथ, खुर्रम नगर से समता मूलक जाने वाली सड़क, 1090 चौराहा, जनेश्वर मिश्र पार्क वाली सड़क, अवध चौराहे से दुबग्गा जाने वाली
सड़क ओवर स्पीड गाड़ियों का चालान करने के पायलट प्रॉजेक्ट के तौर चिह्नित की गई हैं। विभाग के अधिकारियों के बीच गति सीमा पर सहमति बनने के बाद आधिकारिक घोषणा की जाएगी।
स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अधिकारियों का कहना है लालबाग स्थित स्मार्ट सिटी के ऑफिस से 10 लोगों की टीम ट्रैफिक पर नजर रखेगी। इस दौरान कोई व्यक्ति नियम तोड़ता है
तो उसकी गाड़ी की नंबर प्लेट की फोटो खींचकर नैशनल इनफरमेटिक्स सेंटर (एनआईसी) के सर्वर पर भेजी जाएगी। वहां से ट्रैफिक पुलिस इसे एक्सेस करेगी और सत्यापन के बाद चालान पर मुहर लगाएगी।