दिल्ली को प्रदूषण से मुक्त करने का मिल गया फार्मूला, ‘स्मॉग प्रोजेक्ट’ से होगा ये काम
दुनिया के सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में शुमार भारतीय राजधानी दिल्ली की हवा साफ करने के लिए दुबई आधारित निर्माण कंपनी जेनेरा स्पेस ने महत्वाकांक्षी योजना प्रस्तावित की है। वर्ल्ड आर्किटेक्चर फेस्टिवल 2018 की एक्सपेरीमेंटल फ्यूचर प्रोजेक्ट श्रेणी के तहत ‘स्मॉग प्रोजेक्ट’ नामक इस परियोजना का चयन किया गया है। इसमें पूरे शहर में 328 फीट ऊंचे कई टॉवर बनाए जाएंगे जिसमें से हरेक रोजाना 35 करोड़ घन फीट स्वच्छ हवा पैदा करेगा। सबसे बड़ी बात यह कि यह टॉवर सोलर हाइड्रोजन सेल से संचालित होंगे। शुरुअात में दिल्ली में इसे स्थापित करने की योजना है बाद में बाकी शहर भी इसके दायरे में आएंगे।
2016 में चीन की राजधानी बीजिंग में 23 फीट ऊंचा ‘स्मॉग फ्री टॉवर’ लगाया गया। यह रोजाना 2.5 करोड़ घन फीट हवा को साफ करने में सक्षम है। जर्मनी की राजधानी बर्लिन में एक कंपनी ‘सिटी ट्री’ तैयार कर रही है जिसमें काई का इस्तेमाल किया गया है। यह सिटी ट्री 275 पेड़ों के बराबर प्रदूषण सोख सकता है।
दिल्ली की विकराल समस्या
हर साल सर्दियों के मौसम में दिल्ली में वायु प्रदूषण की घातक स्थिति पैदा हो जाती है। हवा में पीएम 2.5 कणों की मात्रा अत्यधिक बढ़ जाती है। 2017 में दिसंबर में यहां हवा की गुणवत्ता इतनी खराब थी कि इसमें सांस लेना 44 सिगरेट पीने के बराबर था। देश के अधिकतर शहर इसी तरह गैस चैंबर बनते जा रहे हैं। दुनिया के सबसे प्रदूषित 15 शहरों में 14 भारतीय हैं।