विदेश
चीन में उइगर मुस्लिमों के हाल पर पाक की चुप्पी निराशाजनक
अमेरिकी सांसदों ने चीन में उइगर मुस्लिमों के हाल पर पाकिस्तान, तुर्की और खा़़डी देशों की चुप्पी पर सवाल उठाया है। उनका कहना है कि दुनियाभर में रोहिंग्या शरणार्थियों के समर्थन में प्रयास करने वाले इन देशों की उइगर मामले में चुप्पी अपमानजनक है। अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य ब्राड शरमन ने कहा, ‘हम विशेषष रूप से मुस्लिम राष्ट्रों से पूछ रहे हैं, जो इस मामले में कुछ नहीं बोल रहे। बात चाहे तुर्की की हो, पाकिस्तान की या खाड़ी देशों की, वे रोहिंग्याओं के मामले में थोड़ी सहायता करते हैं और उइगर मामले में पूरी तरह पीठ दिखा देते हैं।’
चीन के स्वायत्त क्षेत्र शिनजियांग में अल्पसंख्यक उइगर मुस्लिम समुदाय पर प्रशासन की ओर से उत्पीड़न के कई मामले सामने आए हैं। एक मानवाधिकार संस्था का कहना है कि चीन ने 2016 से अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ अभियान चलाया हुआ है। फिलहाल इसके शिविरों में उइगर समुदाय के कम से कम 10 लाख लोग रह रहे हैं। शरमन ने कहा कि चीन ब़़डे पैमाने पर उइगर आबादी का दमन कर रहा है। कांग्रेस की एक कमेटी के समक्ष बोर्ड ऑफ उइगर ढ्ढह्यूमन राइट्स प्रोजेक्ट के चेयरमैन नूरी टर्केल ने कहा कि चीन का साथ देने का पाकिस्तान का एक डरावना इतिहास रहा है।