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भारी बारिश की वजह से उत्तराखंड का हुआ बुरा हाल पुष्कर सिंह धामी करेंगे बैठक

देश के अधिकतर राज्‍यों में मानसून की एंट्री के साथ झमाझम बारिश का दौर जारी है. वहीं, दिल्ली-एनसीआर में भी जोरदार बारिश से लोगों को न सिर्फ गर्मी और उमस से राहत मिली है बल्कि मौसम सुहाना हो गया है.

इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि अगले 2 घंटों के दौरान एनसीआर (गुरुग्राम, फरीदाबाद, हिंडन एयर फोर्स स्टेशन, गाजियाबाद, नोएडा), हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों और आसपास के क्षेत्रों में हल्की से मध्यम तीव्रता के साथ गरज के साथ बारिश होगी.

यही नहीं, भारत मौसम विज्ञान विभाग ने दिल्‍ली के कई इलाकों में भी बारिश का अनुमान जताया है. मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 2 घंटे के दौरान पंजाबी बाग, राजौरी गार्डन,

लाल किला, आईटीओ, राष्ट्रपति भवन, इंडिया गेट, दिल्ली कैंट, लोदी रोड, सफदरजंग, आरके पुरम, छतरपुर सहित दिल्ली के कई स्थानों पर हल्की से मध्यम तीव्रता के साथ गरज के साथ बारिश होगी.

बहरहाल, इस बार दिल्‍ली में करीब 15 दिन की देरी से मौसम की एंट्री के बाद अच्‍छी बारिश हो रही है. जबकि पिछले दो दिनों में धौलाकुआं, पालम, प्रगति मैदान, तिमारपुर, वजीराबाद, प्रहलादपुर के अलावा नोएडा और गुरुग्राम समेत

कई इलाकों में बारिश का पानी सड़कों पर जमा होने से न सिर्फ ट्रैफिक जाम की समस्‍या बढ़ी बल्कि जलजमाव ने सरकार की तैयारियों की पोल खोल कर रख दी है. यही नहीं, दिल्‍ली में बारिश का दौर बुधवार यानी 21 जुलाई को भी जारी रहेगा.

मौसम विभाग ने पहले से ही सोमवार (19 जुलाई) से बुधवार तक के लिए ‘यलो’ अलर्ट जारी किया हुआ है. यही नहीं, बारिश के कारण दिल्‍ली एनसीआर के तापमान में गिरावट आने से लोगों को गर्मी और उमस से बड़ी राहत मिली है.

भारी बारिश की वजह से उत्तराखंड औ हिमाचल प्रदेश का बुरा हाल है. खासकर उत्‍तराखंड में भारी बारिश की वजह से न सिर्फ गंगा, यमुना, भागीरथी, अलकनंदा, मंदाकिनी, पिंडर, नंदाकिनी, टोंस, सरयू, गोरी, काली, रामगंगा आदि सभी नदियां उफान पर हैं

बल्कि बादल फटने की भी घटनाएं लगातार हो रही हैं. पिछले कुछ घंटों में उत्तरकाशी और टिहरी गढ़वाल में बादल फटने से काफी नुकसान हुआ है. इस बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी

आज दोपहर 12 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्य में मूसलाधार बारिश और बादल फटने की घटनाओं के कारण बनी स्थिति की समीक्षा करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों और जिलाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे.

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