लोक भवन में बेसिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत नए चयनित 6,696 सहायक अध्यापकों को योगी आदित्यनाथ ने सौंपा नियुक्ति पत्र
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोक भवन में बेसिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत नए चयनित 6,696 सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र सौंपा. उन्होंने सभी नवचयनित सहायक अध्यापकों को बधाई व शुभकामनाएं दीं.
साथ ही पारदर्शी तरीके से शिक्षक भर्ती प्रक्रिया पूरी करने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग की सराहना की. इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने नाम लिए बिना ऐसे नेताओं को कटघरे में खड़ा किया, जिनके बेटे विदेशों में पढ़ने जाते हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोई अपने बच्चों को ऑस्ट्रेलिया भेजता था, कोई इंग्लैंड भेजता है, गरीब का बच्चा न पढ़ पाए इसीलिए स्कूल जर्जर करके छोड़ दिए.
उत्तर प्रदेश के 1 लाख 35 बेसिक शिक्षा के स्कूल जर्जर थे. 2017 के पहले भी सरकारें थीं, क्या कर रहे थे ये लोग? सीएम ने आगे कहा कि बजट भी था, वेतन के लिए पैसा देते थे, भवन के नाम पर पैसा जाता था, लेकिन विद्यालय जर्जर थे. भवनों पर पीपल, बरगद का पेड़ उगा रहता था.
सीएम ने आगे कहा कि लेकिन मार्च 2017 में हमने ऑपरेशन कायाकल्प शुरू किया. हर विद्यालय के लिए सभी जनप्रतिनिधियों के आह्वान किया गया. पुरातन छात्र परिषद का गठन करके कहा गया कि जितने छात्र हैं,
चाहे नौकरशाही में हैं या जनप्रतिनिधि हैं, व्यवसाय में हैं, सब उन्ही बेसिक शिक्षा परिषद से जुड़े हैं. सब इसमें योगदान दें. एक-एक विद्यालय गोद लें. तब विपक्ष ने कहा गोद लेकर क्या होगा? तब विपक्षीयों ने उंगली उठाई थी, इससे क्या होगा?
हमने उन्हें बताया कि ये कैसे होता है. आज 1 लाख 20 हजार से ज्यादा विद्यालयों को ऑपरेशन कायाकल्प के माध्यम से उनका सुंदरीकरण करके उन्हें स्कूल दिखने लायक बनाया गया. ये देखकर उनकी आंखें घबरा गई हैं
कि अब गरीब का बच्चा पढ़ लेगा तो क्या होगा? यही उन्हें परेशानी है. आज सरकार उन बच्चों को दो यूनिफॉर्म, बैग, जूते-मोजे उपलब्ध करवाए जाते हैं. ठंड में स्वेटर दिया जाता है, बच्चे ठिठुरते नहीं हैं.
उन गरीबों को जाति, क्षेत्र के आधार पर बांटने वाले लोगों को इन्ही सब चीजों से परेशानी है कि अगर ये सब आगे बढ़ जाएंगे तो इनकी राजनीति समाप्त हो जाएगी. यही वंशवाद और जातिवाद की राजनीति अगर समाप्त हो गई तो इन भ्रष्ट बेईमान लोगों को कोई नहीं पूछेगा इसीलिए वो परेशान हैं कि आखिर ये क्यों हो रहा है?
सीएम योगी ने कहा कि ईमानदारी, शुचितापूर्ण तरीके से भर्ती प्रक्रिया पूर्ण होना, युवाओं के लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक होगा. आज यही कारण है कि उन लोगों को बुरा लग रहा है, जिन लोगों की अवैध कमाई का जरिया बंद हो गया.
कोई भर्ती निकलती थी, तो वो झोला लेकर निकल पड़ते थे. वसूली करने को. लेकिन आज उन्हें मालूम है कि झोला लेकर निकलेंगे, तो हमारी एजेंसियां भी सतर्क हैं. हमने जेलें भी ख़ाली करवा दी हैं.
ऐसे लोगो को, जो प्रदेश के युवाओं के साथ खिलवाड़ करते थे, भर्ती प्रक्रिया को कलंकित करते थे, उन सब के खिलाफ कठोरता से कार्रवाई की गई. आज हम बड़ी से बड़ी परीक्षा करवाते हैं तो तिनका भी नहीं हिलता.