कृषि कानूनों : करगिल विजय दिवस के अवसर पर राहुल गांधी किसानों के समर्थन में ट्रैक्टर चलाकर पहुंचे संसद
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ और किसानों के समर्थन में ट्रैक्टर चलाकर संसद पहुंचे संसद में मानसून सत्र का आज से दूसरा हफ्ता शुरू हो गया है. पहला हफ्ता जासूसी कांड, किसान आंदोलन जैसे तमाम मुद्दों के चलते हंगामे भरा रहा और सदन की कार्रवाई कई बार स्थगित होती रही.
इसी दौरान राज्यसभा में टीएमसी सांसद शांतनु घोष को उनके अशोभनीय व्यवहार के चलते सदन से पूरे सत्र के लिए निलंबित भी कर दिया गया. आज से शुरू हो रहे
Delhi: Congress leader Rahul Gandhi drives a tractor to reach Parliament, in protest against the three farm laws pic.twitter.com/JJHbX5uS5L
— ANI (@ANI) July 26, 2021
दूसरे हफ्ते के दौरान भी विपक्ष इन्हीं मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश करेगा. विपक्ष जिस तरह से सरकार को घेर रहा है उससे एक बार फिर आज संसद के दोनों सदनों में हंगामे के आसार हैं.
मानसून सत्र का पहले सप्ताह, संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही विपक्ष द्वारा तीन नए केंद्रीय कृषि कानूनों, पेगासस जासूसी मामला सहित विभिन्न मुद्दों के भेंट चढ़ गया.
पूरे सप्ताह के दौरान सिर्फ मंगलवार को उच्च सदन में उस समय चार घंटे सामान्य ढंग से कामकाज हो पाया जब कोविड के कारण देश में उपजे हालात को लेकर, सभी दलों के बीच आपस में बनी सहमति के आधार पर चर्चा की गयी.
Delhi: Women protesters head towards Jantar Mantar for all-women 'Kisan Sansad' today
— ANI (@ANI) July 26, 2021
"For the first time, women will independently run the parliament ('Kisan Sansad')," says one of the protesters pic.twitter.com/mptizl06RP
शुक्रवार को विपक्ष के हंगामे के कारण लोकसभा एक बार के स्थगन और राज्यसभा तीन बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी. दोनों सदनों में प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं हो सका.
तृणमूल कांग्रेस सदस्य शांतनु सेन को शुक्रवार को राज्यसभा के मौजूदा सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया. तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने इस पर आपत्ति जताई. उन्होंने इसका विरोध करते हुए कहा कि यह प्रस्ताव अचानक लाया गया है जबकि आज की कार्य सूची में इसका कोई जिक्र नहीं है.
पार्टी के वरिष्ठ नेता सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा, ‘यह प्रस्ताव कार्यसूची का हिस्सा नहीं है. हमें इस पर बोलने का कोई मौका नहीं मिला. हमें इसकी तनिक भी जानकारी नहीं थी कि सरकार ऐसा प्रस्ताव लेकर आ रही है.
यह सूची में शामिल नहीं था.’ बता दें, गुरुवार को सूचना प्रौद्योगिकी और संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव इजराइली स्पाईवेयर पेगासस के जरिये भारतीयों की कथित जासूसी के मुद्दे पर सदन में बयान दे रहे थे. उसी दौरान, तृणमूल कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दल के सदस्य हंगामा करते हुए आसन के समीप आ गए तथा नारेबाजी करने लगे.